वो पत्नी है, हर सुख दुख में साथ रहेगी,
वो पत्नी है, परवाह करेगी तो, गुस्साने का हक भी रखेगी...
वो पत्नी है, जो सिर्फ शर्ट के बटन ही नहीं सुधारती,
सुधारती है, तुम्हारे बटन-बगैर शर्ट, की तरह बिखरा जीवन भी...
वो जानना चाहती है, दुख-दर्द, तकलीफ तुम्हारी,
जो आसानी से छुपा लेते हो, तुम भीतर सारी....
बात करके तो देखो उससे कभी,
कंधे पर सिर रखकर बैठो तो, उसके साथ कभी...
उसको तुम समझ जाओगे,
जब उसके साथ होने का, सुकून भर एहसास पाओगे...
वो तुमसे महंगे तोहफे नहीं मागती,
माँगती है, तुम्हारा, महंगा वक्त तुमसे...
हाँ, उसे नहीं आता कहने, खुद की परेशानी,
हाँ, वह चाहती है तुम्हारा साथ, पर शिकायत कर नहीं कर पाती..
उस वक़्त तुम्हे थोड़ा, समझदारी दिखाना होगा,
स्त्री मन समझना इतना भी कठिन नहीं, बस उसे प्यार से अपना बनाना होगा...
तुम समझना, उसकी खामोशी में छिपा दर्द। तुम समझना, कभी उसके गुस्से में छिपी परवाह तुम्हारी,
तुम समझना उसे और खामोशी से गले से लगाकार कहना बस, तुम ही हो हमारी...
दिन भर में बस, दो-पल ही सही, उससे बातें कर लेना,
हाँ, उसके मन मे है बस तुम्हारा, एक सच्चा प्रेम यह, तुम जान लेना...
रिश्ते वक़्त के साथ कमजोर नहीं पड़ने चाहिये,
जिम्मेदारिया निभाने में, रिश्तों के लिए वक़्त कम नहीं पहना चाहिये...
पति-पत्नी का रिश्ता है बहुत ही खूबसूरत है,
बस, तुम्हें इस खूबसूरत को, खूबसूरती से बनाये रखना आना चाहिऐ।
तुम्हें भी हैं। आपार प्रेम उनसे, यह एहसास दिल मे जगाना आना चाहिऐ।।
✍️...संगीनी
©Gunjan...✍
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