किसी ख्याली सिगरेट के दो कश लगाकर या किसी मयकदे के जाम की दो घुंट गले के नीचे उतारकर, तुझे भला ना चाहता हूँ या, अपना बनाना चाहता हूं l इस कैद - ए - तनहाई में.
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