सुनो, अबकी जो आएगा सावन तो तुम भी आना! लोग तो भीगेंगे इस बारिश में, तुम बस आँचल की छाँव लाना। बूंदें तो गिरेंगी टिप टिप छम छम, छोड़ो इनको- तुम हाथों में लगाए.
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