बचपन छूटा सखियां छूटी यमुना जल न पाऊं रस्ते छूटे गलियां छूटी बंसी सुन न पाऊं पिछला जीवन वनवास में बीता इस जन्म तू गाता है गीता याद में तेरी गंगा जल मेरी अंखि.
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