मेरे प्यारे दोस्त दोस्ती होती हैं, तो
दोस्त से वादा भी होता है। ।
दर्द कान का हो या हो फिर दर्दे दिल,
सब साझा होता हैं।।
कोई समझे यदि तुम्हे अपनी जिंदगी का हिस्सा,,
उसे बताओ तो सही एक बार अपने दिल का कोई अनकहा किस्सा।।
दोस्ती सिर्फ मस्ती मजाक में साथ नही,,
दोस्ती ही क्यों कहना उसे, जिसे दर्द में दे सको अपना हाथ नहीं।।
जो दोस्त समझ कर तुमसे प्यार करे,,
अपने गहरे राज बता कर तुम पर खुद से ज्यादा एतबार करे,,,
जो कह न सके किसी से बातें दिल की,
पर तुम्हारे पूछने का न इंतजार करे।।
फिर कैसे कसक दिल में हाल ‘ए ’ दिल की दबा लेते हो,,,
कहते हो दोस्त एक तरफ,,
और दूसरी ओर
अपने आंसू हसीं में छुपा लेते हो।।
©KAJAL The poetry writer
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here