होकर तुझसे दूर, तेरी याद में ओ साथी लिखता हूँ तेरी ख़ातिर मैं प्यार के तराने क्यों तड़पाती है मुझको, हसीं है मौसम तू आजा मुझसे मिलने बारिश के बहाने हम-तुम, त.
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