आदि काल से करती आ रही हूँ मैं प्रेम की प्रतिक्षा मेरी प्रतिक्षा में शामिल रही सदैव निश्छल चाहत काश़ कोई होता जो मुझमें प्रेम खोजता किन्तु दुर्भाग्य मेरा.
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