हाथ जब उसने मिलाया, कह दिया कि बेहतर हूँ। हाल पूछा, मुस्कुराया, कह दिया कि बेहतर हूँ। क्यों मगर खामोश हूँ मैं, पूछता ही रहा वो मुझसे दोस्त था, समझ न पाया तो कह.
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