आप 
एक लालटेन थे
सदा अंधेरा हरते रहे

स्वयं प्रज्व
  • Latest
  • Popular
  • Video
#कविता  आप 
एक लालटेन थे
सदा अंधेरा हरते रहे

स्वयं प्रज्वलित हो
जीवन में उजाला भरते रहे

एक दिन
लालटेन बुझ गयी
हम चहुँ ओर से अंधकार में घिर गये

हमारी स्मृतियों में
लालटेन की रोशनी कौंधती है।

          

 (शब्द:डॉ. जसवीर त्यागी)

©यज्ञदेव शर्मा 'शून्य'

आप एक लालटेन थे सदा अंधेरा हरते रहे स्वयं प्रज्वलित हो जीवन में उजाला भरते रहे एक दिन लालटेन बुझ गयी हम चहुँ ओर से अंधकार में घिर गये हमारी स्मृतियों में लालटेन की रोशनी कौंधती है। (शब्द:डॉ. जसवीर त्यागी) ©यज्ञदेव शर्मा 'शून्य'

117 View

Trending Topic