हर शख़्स की कहानी को नाम नहीं मिलता, हर कोशिश को हरदम ईनाम नहीं मिलता, हम जीते हैं ठहरी हुई यादों में मगर, मंज़िल को पाने का पैग़ाम नहीं मिलता.
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