"ओ कान्हा! किसी का भरोसा चुराकर कोई अब भरोसा किसी और को बांटता है, अच्छा नहीं लगता जब ख़ुद सारी हदें पार कर कोई हमें हद में रहने की सलाह देता है।।" ©Nîkîtã Gup.
1 Stories
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here