Life is too short but, गुफ्तगू अच्छी लगी जोके नजर अच्छा लगा,
मुद्दतों के बाद वह आया तो मुझे मेरा घर अच्छा लगा।
दिल से दिल का मिलना तो दिल का मसला है मेरे दोस्त, उसका हमसे दूर जाना और हमें उसका इंतजार करना यह हमें अच्छा लगा।
माना कि जिंदगी ज्यादा बड़ी नहीं होती है,
छोटी जिंदगी में भी अतीत के पन्नों में पड़ी हुई यादों को याद करना उसके लिए हमें अच्छा लगा।
मनीष बिधूड़ी
©shyar Rajinikanth
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here