इस पंक्ति के सहारे कोई रचना बनायें-#zameen Wallpaper.
174 Stories
Latest
Popular
Video
ज़मीं से फ़लक तक, जमी से फलक तक आंख से पलक तक झांकी से झलक तक खाकी से वर्दी तक गर्मी से सर्दी तक और उत्तर से दक्षिण तक तुम ही तुम हो तुम ही तुम तुम ही तुम हो
ज़मीं से फ़लक तक, जमी से फलक तक आंख से पलक तक झांकी से झलक तक खाकी से वर्दी तक गर्मी से सर्दी तक और उत्तर से दक्षिण तक तुम ही तुम हो तुम ही तुम तुम ही तुम हो
3 Love
ज़मीं से फ़लक तक, पत्थर की एक ही कमी है
कि वो पिघलता नहीं
लेकिन यही उसकी खूबी है
कि वो बदलता नही है
ज़मीं से फ़लक तक, सब व्यापार हैं, धंधा ना कह !
ये खुली संसार है, अंधा ना कह !!
बस आज कम, मंदा ना कह !
बस एक बात, गन्दा ना कह!!
मन पवित्र है, नंगा ना कह !
हमारा अधिकार है, पन्गा ना कह !!
मिल गई आजादी, बँधा ना कह !!!
🤡🤡🤡
- kavirA
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here