गणपति बप्पा सुना हैं,सच्ची भक्ति से,
गजानन शीघ्र प्रसन्न हो जाते..
मंगल सदा होता उनका,
जो शरण तुम्हारे आते..
सरल तुम्हारी भक्ति सेवा..
भाये मोदक लड्डू मिश्री मेवा..
बाल के बालगणेश तुम्हीं हो,
त्रिलोक के प्रथम इष्ट कहाते..
सबसे न्यारा रूप तुम्हारा,
दर्शन मात्र से हर विघ्न टर जाते...
गौरीसुत ,शिव नंदन,एक दन्ताय,
हृदय जपें नित नमः शिवाय..
रिद्धि सिद्धि के दाता..
शुभ मंगल कर्ता..
हे विनायक करो कृपा,
यह नश्वर तन-जीवन तर जाये..
©Chanchal's poetry
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