कभी जुगनुओं की क़तारों में ढूंडा चमकते हुए चांद-तारों में ढूंडा ख़जाओं में ढूंडा, बहारों में ढूंडा मचलते हुए आबसारों में ढूंडा हक़ीकत में देखा, फंसाने में देख.
1 Stories
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here