अपनी जिंदगी से फ़िलहाल वाकिफ़ नहीं हुए,
और दूसरों की जिंदगी पर लिखी किताबे पढ़ते है लोग..
अपने मे है और इन्हें मूक्म्मल खबर भी है,
पर अक्सर ज्यादा दिखते है इन्हें दूसरों के रोग..
Dil_bejan_hai
अपनी जिंदगी से फ़िलहाल वाकिफ़ नहीं हुए,
और दूसरों की जिंदगी पर लिखी किताबे पढ़ते है लोग..
अपने मे है और इन्हें मूक्म्मल खबर भी है,
पर अक्सर ज्यादा दिखते है इन्हें दूसरों के रोग..
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