ज़िदंगी तेरे खेल अजब है..
हर दिन के लिए सबक गज़ब है..
आज भी जल्दी जल्दी जाना था..
उसपे mobile घर भूल जाना,
Oh God, क्या ये मेरे साथ ही होना था..
चलो छोडो अब driving पे ध्यान देते हैं..
उफ्फ़..!! अब इस traffic jam में भी लोग क्यूँ झगड़ते हैं..
अरे तुम्हें जो करना है करते रहो..
पर मुझे तो please जाने दो..
अभी माथे पे सिलवट लिए सोच ही रही थी,
कि एक ईंट जाने कहाँ से car की wind screen पे आके गिरी..
Oh noo.. ये क्या हुआ..!! शीशा car का चूर हुआ..
डबडबाई मेरी आँखें, हैरान और परेशान..
सोचा जाने कैसा मनहूस आज का दिन था..
अब तक हुआ क्या कम था, जो ये भी होना था..
पहले ही late थी अब नुकसान भी होना था....
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