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सामने मंज़िल थी और, मुसाफ़िर थकान से मर गया..!! #कई बार बहुत देर हो जाती है.. "बात" पूरी होने में .. ©Kumar Gagan

#manzil #कई #khash #Paas #maa  सामने मंज़िल थी और,  मुसाफ़िर थकान से मर गया..!!

#कई बार बहुत देर हो जाती है.. 
"बात" पूरी होने में ..

©Kumar Gagan

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12 Love

सामने मंज़िल थी और, कामयाबियों का जूनून होना चाहिए, फिर मुसीबतों की क्या औकात - Rahul Kavi

#manzil  सामने मंज़िल थी और, कामयाबियों का जूनून होना चाहिए,
फिर मुसीबतों की क्या औकात
- Rahul Kavi

wjh tum ho #manzil

35 Love

सामने मंज़िल थी और, इस दुनिया में नाम कमाना है तो.. मोका देना सीखो धोखा देना नहीं.. - Rahul Kavi

#manzil  सामने मंज़िल थी और, इस दुनिया में नाम कमाना है तो..

मोका देना सीखो धोखा देना नहीं..

- Rahul Kavi

ye ishq h #manzil

48 Love

सामने मंज़िल थी और, Ups and downs comes in every one,s life but as a satsangi who is protected under the hands of master should not loose his heart in any circumstances of life. - Rahul Kavi

#manzil  सामने मंज़िल थी और, Ups and downs comes in every one,s life but as a satsangi who is protected under the hands of master should not loose his heart in any circumstances of life.
- Rahul Kavi

mind thaught #manzil

46 Love

सामने मंज़िल थी और, माटी का संसार है,खेल सके तो खेल, बाज़ी रब के हाथ है,पूरा विज्ञान फेल! - Rahul Kavi

 सामने मंज़िल थी और, माटी का संसार है,खेल सके तो खेल,
बाज़ी रब के हाथ है,पूरा विज्ञान फेल!
- Rahul Kavi

Ye Jaha..

46 Love

सामने मंज़िल थी और, सामने मंज़िल थी, और पीछे मेरा डर था जो मुझसे लडकर मुझे नही हरा पाए उन्हें फिर से नूरा तुझसे हार जाने का डर था गिरते तो हंसने वाले भी अपने थे गिराने वाले भी अपने थे,, जो समझे नही थे मुझे क़भी मेरी कामियाबी में मुस्कुराने वाले भी मेरे अपने थे तोडक़र जो कभी मुझे छोड़ गए थे आज हाथ भड़ाने वाले भी वो लोग थे कामयाबियों की चाँदनी ऐसी ही होती है©अरुणाkp®

#नोजोटो #हिंदी #विचार #manzil  सामने मंज़िल थी और, सामने मंज़िल थी,
और पीछे मेरा डर था
जो मुझसे लडकर मुझे नही हरा पाए
उन्हें फिर से नूरा तुझसे हार जाने का डर था
गिरते तो हंसने वाले भी अपने थे
गिराने वाले भी अपने थे,,
जो समझे नही थे मुझे क़भी
मेरी कामियाबी में मुस्कुराने वाले भी मेरे अपने थे
तोडक़र जो कभी मुझे छोड़ गए थे
आज हाथ भड़ाने वाले भी वो लोग थे
कामयाबियों की चाँदनी ऐसी ही होती है©अरुणाkp®
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