तुम ठीक हो न, बहुत दिनों से तुमसे दूर हूँ, चाहकर भी तुम्हारे क़रीब न आ पाई, बहुत सारी बातें जमा कर ली है, जिस रोज़ मिलेंगे, तुम्हें फ़ुर्सत ही नहीं मिलेगी, उन शिकायतों का जवाब देना जो तुमसे है, उन ख्वाहिशों को पूरा करना जो तुम्हारे साथ में है, उन लम्हों को साथ जीना जो तुम्हारे बिन बीते, उन गुज़रिशो को संभाल रखना जो तुम्हारे लिए है। उन उम्मीदों को इस बार बिखरने न देना जिसमें न तुम हो, न मैं हूँ बस हम है...
सुनो अपना ख़्याल रखना, हो सके तो इस ख़त का जवाब लिखना
तुम्हारी अनामिका
©Rooh_Lost_Soul
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