White जिस दिन गया था छोड़कर, मेरी झोली खाली कर गया,
लूट गया दुनिया मेरी, इन आँखों में अश्क़ भर गया,
बड़े विश्वास से तेरी कलाई पर, रक्षासूत्र बाँधा था,
तोड़ कर विश्वास मेरा, वो हाथ जाने किधर गया,
बड़े जतन से बनाई थी, माँ ने मोतियों की एक लड़ी,
एक हवा का झोंका आया ,हर एक मोती बिखर गया,
तुमसे मिलने की इच्छा तो ,आँखों में हर लम्हा रहती है,
पर वो लौट कर आता नहीं, जो ख़ुदा के घर गया,
एक दिन तेरे पास आयेंगें, अपनी ये दुनिया समेटकर,
बस यही एक ख्वाब, इन आँखों में उम्मीदें भर गया।।
-पूनम आत्रेय
©poonam atrey
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