Anurag Anjaan

Anurag Anjaan Lives in Barabanki, Uttar Pradesh, India

Writer Coder Anchor Content Creator

anuragsinghanjaan.blogspot.com

  • Latest
  • Popular
  • Video

जहाँ तलक पिता का कंधा हमनशीं है, सिर्फ उसी मोड़ तक यह दुनिया हसीं है। ©Anurag Anjaan

#anuragsinghanjaan #fatherquotes #anuragsingh #FathersDay #oneliner  जहाँ तलक पिता का कंधा हमनशीं है, 

सिर्फ उसी मोड़ तक यह दुनिया हसीं है।

©Anurag Anjaan

जश्न ए महफ़िल

जश्न ए महफ़िल

Monday, 15 November | 09:00 pm

8 Bookings

Expired

एक पुराने जख्म को, कुरेदना अच्छा लगा, उसका ना होकर भी, हो जाना अच्छा लगा। यूं तो तन्हा गुजर रही थी, ज़िंदगी अच्छी मेरी, फिर भी उससे दिल, लगा लेना अच्छा लगा। कि लाख नफरत थी, मुझको उसके शहर से भी, मगर लखनऊ था तो, चले जाना अच्छा लगा। लाख खुशियां मिल जाए, हमको इक समझौते से, मगर मुझको दुख में ही,रह लेना अच्छा लगा। हर रोज़ दर्द देती हैं, आज भी यादें उसकी, मगर उसके बगैर ही,जी लेना अच्छा लगा। चाहता तो छिपा लेता,प्यार उसका दिल में, मगर अब अखबार ही, हो जाना अच्छा लगा। ©अनुराग अंजान

 एक पुराने जख्म को, कुरेदना अच्छा लगा,
उसका ना होकर भी, हो जाना अच्छा लगा।

यूं तो तन्हा गुजर रही थी, ज़िंदगी अच्छी मेरी,
फिर भी उससे दिल, लगा लेना अच्छा लगा।

कि लाख नफरत थी, मुझको उसके शहर से भी,
मगर लखनऊ था तो, चले जाना अच्छा लगा।

लाख खुशियां मिल जाए, हमको इक समझौते से,
मगर मुझको दुख में ही,रह लेना अच्छा लगा।

हर रोज़ दर्द देती हैं, आज भी यादें उसकी,
मगर उसके बगैर ही,जी लेना अच्छा लगा।

चाहता तो छिपा लेता,प्यार उसका दिल में,
मगर अब अखबार ही, हो जाना अच्छा लगा।

©अनुराग अंजान

एक पुराने जख्म को, कुरेदना अच्छा लगा, उसका ना होकर भी, हो जाना अच्छा लगा। यूं तो तन्हा गुजर रही थी, ज़िंदगी अच्छी मेरी, फिर भी उससे दिल, लगा लेना अच्छा लगा। कि लाख नफरत थी, मुझको उसके शहर से भी, मगर लखनऊ था तो, चले जाना अच्छा लगा। लाख खुशियां मिल जाए, हमको इक समझौते से, मगर मुझको दुख में ही,रह लेना अच्छा लगा। हर रोज़ दर्द देती हैं, आज भी यादें उसकी, मगर उसके बगैर ही,जी लेना अच्छा लगा। चाहता तो छिपा लेता,प्यार उसका दिल में, मगर अब अखबार ही, हो जाना अच्छा लगा। ©अनुराग अंजान

9 Love

रुक गए तो,सफ़र छोड़ के जा सकते हो , तुम हमें यूहीं,तन्हा छोड़ के जा सकते हो । हम दरियों को आता है,विलय करना , तुम समंदर हो,कई नदियों में समा सकते हो । उनसे मुलाकातों में,मैं कैसे मगन होता हूं, तुम हमें देखकर,"अंजान" बता सकते हो । आना हो,तो बेवक्त दस्तक देना इस दिल पर, गर जाना हो,तो दिल तोड़ के जा सकते हो ।

 रुक गए तो,सफ़र छोड़ के जा सकते हो ,
तुम हमें यूहीं,तन्हा छोड़ के जा सकते हो ।

हम दरियों को आता है,विलय करना ,
तुम समंदर हो,कई नदियों में समा सकते हो ।

उनसे मुलाकातों में,मैं कैसे मगन होता हूं,
तुम हमें देखकर,"अंजान" बता सकते हो ।

आना हो,तो बेवक्त दस्तक देना इस दिल पर,
गर जाना हो,तो दिल तोड़ के जा सकते हो ।

u can leave me

3 Love

लोग किया करते हैं कन्नौज के इतर की बातें, हमको महज तेरी यादों ने महका रखा है । लाख जतन किए लोगो ने मेरे नशे के खातिर, मैंने खुद को तेरी लत लगा रखा है ।। #my_love_my_country

#my_love_my_country  लोग किया करते हैं कन्नौज के इतर की बातें,

हमको महज तेरी यादों ने महका रखा है ।

लाख जतन किए लोगो ने मेरे नशे के खातिर,

मैंने खुद को तेरी लत लगा रखा है ।।

#my_love_my_country

लोग किया करते हैं कन्नौज के इतर की बातें, हमको महज तेरी यादों ने महका रखा है । लाख जतन किए लोगो ने मेरे नशे के खातिर, मैंने खुद को तेरी लत लगा रखा है ।। #my_love_my_country

3 Love

खुद के उसूलों को बना कर चलता हूं, इनसे मिलता हूं तो मुस्कुराकर मिलता हूं । मिलते नहीं आसानी से ये दोस्त इस जहां में, जब भी मिलता हूं खुद को भुलाकर मिलता हूं ।। ©अनुराग अंजान

#frndship_status_ #शायरी #FriendshipDay  खुद के उसूलों को बना कर चलता हूं,
इनसे मिलता हूं तो मुस्कुराकर मिलता हूं ।
मिलते नहीं आसानी से ये दोस्त इस जहां में,
जब भी मिलता हूं खुद को भुलाकर मिलता हूं ।।
 ©अनुराग अंजान
Trending Topic