काश कि तुमने मुझे आवाज दी होती तो हम मौत की नींद से उठ कर चले आते दुनिया जानती है कि आर्येंद्र दोस्ती करते हैं तो अफ़साने लिखे जाते हैं और दुश्मनी करते हैं तो तारीख बन जाती है पत्रकार आर्येंद्र पाल सिंह
तालाब भरता है तो मछलियां चीटियों को खाती है।
जब तालाब खाली होता है तब चीटियां मछलियों को खाती हैं
मौका सबको मिलता है बस अपनी बारी का इंतजार करो।
आर्येंद्र पाल सिंह पत्रकार
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