Love मैनें हर्फ-हर्फ में सिर्फ तुम्हें लिखा है,जरा फुर्सत से पढ़ना मुझे तुम्हें बिना पढ़े पन्ना पलटने की आदत रही है,मेरे दर्द की दीवानी थी ना तुम,शायद इसीलिए बेदर्द हो गई हो,हर बार मेरे हिस्से सिर्फ इंतजार आता है,कभी तुमसे बात करने के लिए कभी तुम्हें देखने के लिए और कभी तुमसे मिलने के लिए,😊😊😊
साहेंब यकीनन नीयत तो खराब हुई है मेरी,चाहता हूँ मेरे सिवा कुछ याद ही ना रहे तुम्हें......😊😊😊😊😊😊
©Ashish sahay
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