स्वतंत्र होके भी हम स्वतंत्र कहां है,
खुल के जिए बेटीयां वो फिजा कहा है,
देश तो आजादी पा लिया है कब का,
पर बेटीयां अब भी आजाद कहां है,
कितना लड़ेगा भाई जो सरहद पे खड़ा है
तिरंगे सा ही इज्जत है हर औरत का,
देश और नारी दोनों का सम्मान करो,
खुल के जिए बेटीयां ऐसी उनमें सांस भरो,
मिल गईं हैं आजादी अब बेटी को आजाद करो..
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