Jashvant

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चलते फिरते हुए महताब दिखाएंगे तुम्हें , हमसे मिलना कभी, पंजाब दिखाएंगे तुम्हें | चांद हर छत पर है, सूरज है हर आंगन में, नींद से जागो तो कुछ ख्वाब दिखाएंगे तुम्हें |

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White ज़मानों के ख़राबों में उतर कर देख लेता हूँ पुराने जंगलों में भी समुंदर देख लेता हूँ जो तूफ़ानों के डर से पानियों में सर छुपाती हैं मैं ऐसी सीपियों में कोई गौहर देख लेता हूँ हमेशा ख़ौफ़ के नर्ग़े में रहता हूँ मगर फिर भी अबाबीलों की मिंक़ारों में लश्कर देख लेता हूँ वो देहातों के रस्ते हों कि हों फ़ुट-पाथ शहरों के जहाँ पर रात पड़ जाए वहाँ घर देख लेता हूँ बहुत सी ख़्वाहिशों को मैं पनपने ही नहीं देता मगर उन की निगाहों में सोयम्बर देख लेता हूँ ©Jashvant

#love_shayari  White ज़मानों के ख़राबों में उतर कर देख लेता हूँ
पुराने जंगलों में भी समुंदर देख लेता हूँ

जो तूफ़ानों के डर से पानियों में सर छुपाती हैं
मैं ऐसी सीपियों में कोई गौहर देख लेता हूँ

हमेशा ख़ौफ़ के नर्ग़े में रहता हूँ मगर फिर भी
अबाबीलों की मिंक़ारों में लश्कर देख लेता हूँ

वो देहातों के रस्ते हों कि हों फ़ुट-पाथ शहरों के
जहाँ पर रात पड़ जाए वहाँ घर देख लेता हूँ

बहुत सी ख़्वाहिशों को मैं पनपने ही नहीं देता
मगर उन की निगाहों में सोयम्बर देख लेता हूँ

©Jashvant

#love_shayari

13 Love

White अभी नज़र में ठहर ध्यान से उतर के न जा इस एक आन में सब कुछ तबाह कर के न जा मुझे हिजाब नहीं बोसा-ए-जुदाई से मगर लबों के पियाले में प्यास भर के न जा मिरे ख़याल में तेरा कोई जवाज़ नहीं ख़ुदा की तरह मिरी ज़ात में बिखर के न जा संभाल अपनी निगाहों में वापसी के सवाल मिरे जवाब के पिंदार से गुज़र के न जा हर एक रास्ता दीवार बन के हाइल है न जा कि दश्त नए सिलसिले हैं घर के न जा ©Jashvant

#Good  White अभी नज़र में ठहर ध्यान से उतर के न जा
इस एक आन में सब कुछ तबाह कर के न जा

मुझे हिजाब नहीं बोसा-ए-जुदाई से
मगर लबों के पियाले में प्यास भर के न जा

मिरे ख़याल में तेरा कोई जवाज़ नहीं
ख़ुदा की तरह मिरी ज़ात में बिखर के न जा

संभाल अपनी निगाहों में वापसी के सवाल
मिरे जवाब के पिंदार से गुज़र के न जा

हर एक रास्ता दीवार बन के हाइल है
न जा कि दश्त नए सिलसिले हैं घर के न जा

©Jashvant

#Good Morning friends

13 Love

White वो खड़ा है एक बाब-ए-इल्म की दहलीज़ पर मैं ये कहता हूँ उसे इस ख़ौफ़ में दाख़िल न हो ©Jashvant

#love_shayari  White वो खड़ा है एक बाब-ए-इल्म की दहलीज़ पर
मैं ये कहता हूँ उसे इस ख़ौफ़ में दाख़िल न हो

©Jashvant

#love_shayari

13 Love

White जो तेरे दिल में है वो बात मेरे ध्यान में है तिरी शिकस्त तिरी लुक्नत-ए-ज़बान में है तिरे विसाल की ख़ुश-बू से बढ़ती जाती है न जाने कौन सी दीवार दरमियान में है हमें तबाह किया आब ओ गिल की साज़िश ने कि एक दोस्त हमारा भी आसमान में है मगर ये लोग भला किस लिए उदास हुए ये क्या तिलिस्म बहारों की दास्तान में है हम अहल-ए-दर्द को तोहमत हुई है आज़ादी कि सारी उम्र गिरफ़्तार एक आन में है ©Jashvant

#जो  White जो तेरे दिल में है वो बात मेरे ध्यान में है
तिरी शिकस्त तिरी लुक्नत-ए-ज़बान में है

तिरे विसाल की ख़ुश-बू से बढ़ती जाती है
न जाने कौन सी दीवार दरमियान में है

हमें तबाह किया आब ओ गिल की साज़िश ने
कि एक दोस्त हमारा भी आसमान में है

मगर ये लोग भला किस लिए उदास हुए
ये क्या तिलिस्म बहारों की दास्तान में है

हम अहल-ए-दर्द को तोहमत हुई है आज़ादी
कि सारी उम्र गिरफ़्तार एक आन में है

©Jashvant

#जो तेरे दिल मैं है @Andy Mann @vineetapanchal @Sangeet... @Parul rawat @R Ojha

16 Love

White यूँ मिरे पास से हो कर न गुज़र जाना था बोल ऐ शख़्स तुझे कौन नगर जाना था रूह और जिस्म जहन्नम की तरह जलते हैं उस से रूठे थे तो इस आग को मर जाना था राह में छाँव मिली थी कि ठहर सकते थे इस सहारे को मगर नंग-ए-सफ़र जाना था ख़्वाब टूटे थे कि आँखों में सितारे नाचे सब को दामन के अँधेरे में उतर जाना था हादसा ये है कि हम जाँ न मो'अत्तर कर पाए वो तो ख़ुश-बू था उसे यूँ भी बिखर जाना था ©Jashvant

#यूं  White यूँ मिरे पास से हो कर न गुज़र जाना था
बोल ऐ शख़्स तुझे कौन नगर जाना था

रूह और जिस्म जहन्नम की तरह जलते हैं
उस से रूठे थे तो इस आग को मर जाना था

राह में छाँव मिली थी कि ठहर सकते थे
इस सहारे को मगर नंग-ए-सफ़र जाना था

ख़्वाब टूटे थे कि आँखों में सितारे नाचे
सब को दामन के अँधेरे में उतर जाना था

हादसा ये है कि हम जाँ न मो'अत्तर कर पाए
वो तो ख़ुश-बू था उसे यूँ भी बिखर जाना था

©Jashvant

#यूं मेरे पास

14 Love

White सोच में डूबा हुआ हूँ अक्स अपना देख कर जी लरज़ उट्ठा तिरी आँखों में सहरा देख कर प्यास बढ़ती जा रही है बहता दरिया देख कर भागती जाती हैं लहरें ये तमाशा देख कर एक दिन आँखों में बढ़ जाएगी वीरानी बहुत एक दिन रातें डराएँगी अकेला देख कर एक दुनिया एक साए पर तरस खाती हुई लौट कर आया हूँ मैं अपना तमाशा देख कर उम्र भर काँटों में दामन कौन उलझाता फिरे अपने वीराने में आ बैठा हूँ दुनिया देख कर ©Jashvant

#सोच  White सोच में डूबा हुआ हूँ अक्स अपना देख कर
जी लरज़ उट्ठा तिरी आँखों में सहरा देख कर

प्यास बढ़ती जा रही है बहता दरिया देख कर
भागती जाती हैं लहरें ये तमाशा देख कर

एक दिन आँखों में बढ़ जाएगी वीरानी बहुत
एक दिन रातें डराएँगी अकेला देख कर

एक दुनिया एक साए पर तरस खाती हुई
लौट कर आया हूँ मैं अपना तमाशा देख कर

उम्र भर काँटों में दामन कौन उलझाता फिरे
अपने वीराने में आ बैठा हूँ दुनिया देख कर

©Jashvant

#सोच में डूबा हुआ हूं @Sangeet... @vineetapanchal @Rakesh Srivastava @Andy Mann @Parul rawat

16 Love

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