दोस्ती ही है मोहब्बत की शुरुआत,
मोहब्बत ही है बेवफाई की बुनियाद,
तुम ना करो फ़लक तक जाने की बात,
वहां होने लगती है अश्कों की बरसात,
ये खारा दरिया है, न किनारा मिलता है न डूबने देती है,
ये उफनती लहरें हैं, सिर्फ तड़पने देती है,
यहाँ सहारा भी मिलता है शर्तों के बदले,
इन शर्तों से सस्ती हो जाती है 'जान'
जहाँ खोने लगते हो तुम खुद का ईमान,
जहाँ सिखने लगते हो तुम विश्वासघात
जहाँ छूटने लगता है अपनों से तेरा हाथ,
ये दोस्ती ही है, मोहब्बत की शुरुआत।
~《Rüppy 》
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