खुशनुमा सफर है जिन्दगी ,
रुक मत बस चल ,
सफर ये तेरा है ,
भरोसे लकिरो के बैठ मत !
कांटों के रास्ते है ,
जख्म तो होने ही है ,
खौफ किस बात का ,
मंजिल भी उस ओर है !
मुश्किलें जरूर है ,
बेखौफ लड़ना सीख ,
वक्त तेरा भी होगा ,
खुद पर भरोसा रख !
खफा ख़ुद से क्यू है ,
निराशा भी नई उम्मीद है ,
कोशिश फिर से कर ,
काबिलियत तुझमें भी हैं !
सफर ये तेरा ही है ,
भरोसे लकिरो के बैठ मत........!!
©Dr Naveen
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