Dr Vassundhara Rai

Dr Vassundhara Rai Lives in Nagpur, Maharashtra, India

Social worker /writer

  • Latest
  • Popular
  • Video

रेप इन इंडिया कह कर माताओं बहनों का न अपमान करो देश की नारी से माफ़ी मांग लो शब्दों का तो मान करो बलात्कार की पीड़ा तुम क्या जानो राजनीति के लल्लु पप्पु अपना नहीं कम से कम , दादी मम्मी बहन का सम्मान करो Dr Vassundhara Rai

 रेप इन इंडिया कह कर माताओं बहनों का न अपमान करो
देश की  नारी से  माफ़ी मांग लो  शब्दों का तो मान  करो
बलात्कार की पीड़ा तुम क्या जानो राजनीति के लल्लु पप्पु 
अपना नहीं  कम से कम , दादी मम्मी बहन का सम्मान करो
Dr Vassundhara Rai

रेप इन इंडिया कह कर माताओं बहनों का न अपमान करो देश की नारी से माफ़ी मांग लो शब्दों का तो मान करो बलात्कार की पीड़ा तुम क्या जानो राजनीति के लल्लु पप्पु अपना नहीं कम से कम , दादी मम्मी बहन का सम्मान करो Dr Vassundhara Rai Nagpur

1 Love

प्रिय तुम मेरे गीतों की प्रेम धुन बन जाना सुन मेरी गीत धुन तुम मन ही मन मुस्काना दोहों छंदो और गीतों में प्रेम की बूंदे जो गिरती हैं बसंत फागुन सावन की फुहार मैने तुमको है माना लेखनी संग कल्पना भी बलखा के मुस्काती है रच वसुधा के गीतों में देख तुमको है शरमाना ,Dr Vassundhara Rai

 प्रिय तुम मेरे गीतों  की  प्रेम धुन  बन जाना
      सुन मेरी गीत धुन तुम मन ही मन  मुस्काना
दोहों छंदो और गीतों में प्रेम की बूंदे जो गिरती हैं
       बसंत फागुन सावन की फुहार मैने तुमको है माना 
लेखनी संग कल्पना भी बलखा के मुस्काती है 
        रच वसुधा के गीतों में देख तुमको है शरमाना
,Dr Vassundhara Rai

प्रिय तुम मेरे गीतों की प्रेम धुन बन जाना सुन मेरी गीत धुन तुम मन ही मन मुस्काना दोहों छंदो और गीतों में प्रेम की बूंदे जो गिरती हैं बसंत फागुन सावन की फुहार मैने तुमको है माना लेखनी संग कल्पना भी बलखा के मुस्काती है रच वसुधा के गीतों में देख तुमको है शरमाना

3 Love

बड़ी गंदी बड़ी उलझी अब विरासत है तुम्हारी चिता पर गर्म हुई सियासत है बेटियां जल गयीं कोई फरक नहीं पड़ता है क्यों तुम्हारे भाषण में दिखती नहीं लियाकत है Dr Vassundhara Rai

 बड़ी गंदी बड़ी उलझी अब  विरासत है
तुम्हारी चिता पर गर्म हुई सियासत है
बेटियां जल गयीं कोई फरक नहीं पड़ता है
क्यों तुम्हारे भाषण में दिखती नहीं लियाकत है 

Dr Vassundhara Rai

बड़ी गंदी बड़ी उलझी अब विरासत है तुम्हारी चिता पर गर्म हुई सियासत है बेटियां जल गयीं कोई फरक नहीं पड़ता है क्यों तुम्हारे भाषण में दिखती नहीं लियाकत है Dr Vassundhara Rai

1 Love

चिता पर जब तुमने तांडव गया होगा आत्मा ने आज उत्सव मनाया होगा शिव भी हारे हारे हारे हारे होंगे आत्मा ने जो काली रूप सजाया होगा Dr Vassundhara Rai

 चिता पर जब तुमने तांडव गया होगा
आत्मा ने आज उत्सव मनाया होगा 
शिव भी हारे हारे हारे हारे होंगे 
आत्मा ने जो काली रूप सजाया होगा

Dr Vassundhara Rai

चिता पर जब तुमने तांडव गया होगा आत्मा ने आज उत्सव मनाया होगा शिव भी हारे हारे हारे हारे होंगे आत्मा ने जो काली रूप सजाया होगा Dr Vassundhara Rai

2 Love

मेरी चीखों को चहकने दो ज़रा मेरी मृत्यु को फैलने दो ज़रा बेटी को बचाओ बेटी को पढ़ाओ इस संदेश को भी हंसने दो ज़रा जो थम गयीं हैं सांसें मेरी चिता को मशाल बना दो ज़रा Dr Vassundhara Rai

 मेरी चीखों को चहकने दो ज़रा
मेरी मृत्यु को फैलने दो ज़रा
बेटी को बचाओ बेटी को पढ़ाओ
इस संदेश को भी हंसने दो ज़रा
जो थम  गयीं हैं सांसें मेरी
चिता को मशाल बना दो ज़रा 

Dr Vassundhara Rai

मेरी चीखों को चहकने दो ज़रा मेरी मृत्यु को फैलने दो ज़रा बेटी को बचाओ बेटी को पढ़ाओ इस संदेश को भी हंसने दो ज़रा जो थम गयीं हैं सांसें मेरी चिता को मशाल बना दो ज़रा Dr Vassundhara Rai

1 Love

*कौन* --------- लम्बी रातों का हिसाब रखेगा कौन कटि कैसे तन्हाई मेरी सोचेगा कौन लफ़्ज़ों पे क्यों रही उदासी इतनी लवों को सिया किसने कहेगा कौन रहा शबाब जब तक साथ रहे हुए बेग़ाने क्युं राज़ खोलेगा कौन वसु दर्द पिघल पिघल बह रहा तुम्ही बताओ सैलाब रोकेगा कौन Dr.Vassundhara Rai

 *कौन*
---------

लम्बी रातों का हिसाब रखेगा कौन 
कटि कैसे तन्हाई मेरी सोचेगा कौन

लफ़्ज़ों पे क्यों रही उदासी इतनी
लवों को सिया किसने कहेगा कौन

 रहा  शबाब   जब  तक साथ  रहे
 हुए बेग़ाने क्युं राज़ खोलेगा कौन

वसु   दर्द  पिघल  पिघल बह रहा 
तुम्ही बताओ सैलाब रोकेगा कौन

Dr.Vassundhara Rai

*कौन* --------- लम्बी रातों का हिसाब रखेगा कौन कटि कैसे तन्हाई मेरी सोचेगा कौन लफ़्ज़ों पे क्यों रही उदासी इतनी लवों को सिया किसने कहेगा कौन

6 Love

Trending Topic