English
Instagram: @शब्दों के रंगमंच @rakesh.sssingh मेरे Life मेरे Control में है, कुछ गलत होगा तो जिम्मेदार सिर्फ मैं हूं .....
rakeshsingh360.blodspot.com
भूखा नहीं हूँ साहब ! न जाने कितने ठोकर खाए है । ©Rakesh Singh Sidar
Rakesh Singh Sidar
10 Love
|| मैंने जब ख़ुद को देखा || मैंने जब ख़ुद को देखा एक नए अवतार में । ख़ुद से ही लड़ते लड़ते घुटने टेके हार में । न होगा कायर कोई मुझसे पहले कतार में । और कोई न होगा मुझ सा हारा हुआ संसार में । सुख चैन सब बेच आए कोई लाभ नहीं व्यापार में । हौसलों की उड़ाने रद्द है सपनों की दरार में । कागज़ के नाव भटक गए अपनी अपनी धार में । जिंदगी ख़ुद को तराश लिया ठोकरों की मार में । आईने में जब ख़ुद को देखा कोई और ही था किरदार में । मैंने जब ख़ुद को देखा एक नए अवतार में । ©Rakesh Singh Sidar
12 Love
जीत का जश्न हो या शहादातों की पीड़ा . . . खुशी के आंसू हो या खोने का दर्द . . . धन्य हो तुम ए-जवान ! यह भारतभूमि आज भी उनके शौर्य की कहानियां रो रो कर सुनाती है ।। हार जीत से परे, यह बलिदान मांगती है न पड़े किसी के खून के छीटें, ऐसा वरदान मांगती है। 👏👏 ©Rakesh Singh Sidar
0 Love
मैं भूखा नहीं हूँ साहब ! न जाने कितने ठोकर खाए है । ©Rakesh Singh Sidar
खुलकर हंसने में . . . न जाने कितना समय लगेगा थोड़ा सा मुस्कुरा दूं , चलेगा ।। ©Rakesh Singh Sidar
जिंदगी से एक सवाल पूछना चाहता हूं। कैसा है तेरा हाल, पूछना चाहता हूं। ©Rakesh Singh Sidar
You are not a Member of Nojoto with email
or already have account Login Here
Will restore all stories present before deactivation. It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Download App
Stories | Poetry | Experiences | Opinion
कहानियाँ | कविताएँ | अनुभव | राय
Continue with
Download the Nojoto Appto write & record your stories!
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here