तुम्हारी तस्वीर छुपा रखी है, इन आंखों ने पलकों पर,
जब जब बंद की मैने आंखें, मुझे तुम दिखाई दिए,
जब जब खोली मैने आंखें मुझे तुम नजर आए,
तुम्हारी तस्वीर छुपा रखी है दिल ने धड़कनों में,
जब जब दिल धड़का मुझे तुम महसूस हुए,
जब कभी दिल तड़पा मुझे तुम नजर आए..
तुम्हारी तस्वीर छुपा रखी है मेरे जिस्म ने रूह में,
जब जब मौत मांगी जिंदगी तुझे मिली,
जब जब लगा मैं अकेली हूं मुझे रूह से तुम लगे..
तेरी तस्वीर छुपा रखी है मैने मेरे वजूद में,
तुम संग मैं पूरी, तुम बिन रही अधूरी,
जून हो तो मैं हुं, तुम नहीं तो मैं कहीं नहीं..
©Lata Sharma सखी
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