Shiv gopal awasthi

Shiv gopal awasthi

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#शायरी  ऐसा पढ़ना भी क्या पढ़ना,मन की पुस्तक पढ़ न पाए,
भले चढ़े हों रोज हिमालय,घर की सीढ़ी चढ़ न पाए।

पता चला है बढ़े बहुत हैं,शोहरत भी है खूब कमाई,
लेकिन दिशा गलत थी उनकी,सही दिशा में बढ़ न पाए।

बाँट रहे थे मृदु मुस्कानें,मेरे हिस्से डाँट लिखी थी,
सोच रहा था उनसे लड़ना ,प्रेम विवश हम लड़ न पाए।

उनका ये सौभाग्य कहूँ या,अपना ही दुर्भाग्य कहूँ मैं,
दोष सभी थे उनके लेकिन,उनके मत्थे मढ़ न पाए।

थे शर्मीले हम स्वभाव से,प्रेम पत्र तक लिखे न हमने।
चंद्र रश्मियाँ चुगीं हमेशा,सपनें भी हम गढ़ न पाए।

                                   कवि-शिव गोपाल अवस्थी

©Shiv gopal awasthi

कविता

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नवाजा वक़्त ने जैसे वो घड़ियाँ छोड़ बैठा है। मिली आँखें नई उसको तो छड़ियाँ छोड़ बैठा है। ये कैसा हो गया है आदमी भगवान ही मालिक। मिली मंजिल उसे जैसे तो कड़ियाँ छोड़ बैठा है। @शिव गोपाल अवस्थी ©Shiv gopal awasthi

#कविता #Success  नवाजा वक़्त ने जैसे वो घड़ियाँ छोड़ बैठा है।
मिली आँखें नई उसको तो छड़ियाँ छोड़ बैठा है।
ये कैसा हो गया है आदमी भगवान ही मालिक।
मिली मंजिल उसे जैसे तो कड़ियाँ छोड़ बैठा है।

@शिव गोपाल अवस्थी

©Shiv gopal awasthi

#Success

13 Love

अरे हवा बह हौले-हौले,बच्चे उड़ना सीख रहे। -------------------------- जुनरी के दानें चुग चुग कर,जैसे थोड़ा बड़े हुए। नन्हें पैरों के बल पर तुम,जैसे थोड़ा खड़े हुए।। फड़काए जब डैने तुमने,मन खुश था पर है हलचल। कुछ भावुक हूँ उस क्षण से मैं,सोच रहा मन कुछ पल पल।। आसमान की दुनियाँ से अब,बच्चे जुड़ना सीख रहे। अरे हवा बह हौले हौले,बच्चे उड़ना सीख रहे।। 1 नीड़ छोड़कर क्षितिज छोर तक,जाना बहुत जरूरी है। लक्ष्य तुम्हारा जो भी है वह,पाना बहुत जरूरी है।। रखा हौसला जिसने मन में,चाँद सितारे ले आया। एक पाँव पे खड़ा पपीहा,बदरा कारे ले आया।। भूल भुलैयाँ मोड़ों पर अब,बच्चे मुड़ना सीख रहे। अरे हवा बह हौले हौले,बच्चे उड़ना सीख रहे।। 2 उड़ते उड़ते पर थक जाएं,पर्वत पर पग धर लेना। प्यास लगे तो झील किनारे,जल पीकर जग भर लेना।। बागों से मैं विनय कर चुका,मीठे फल तुमको देंगे। अंजनि पुत्र हमेशा तुमको,उड़ने वाला बल देंगे।। शीत!धूप!बारिश!ठहरो अब,बच्चे बढ़ना सीख रहे। अरे हवा बह हौले-हौले,बच्चे उड़ना सीख रहे।। 3 कवि शिव गोपाल अवस्थी ©Shiv gopal awasthi

#कविता #tootadil  अरे हवा बह हौले-हौले,बच्चे उड़ना सीख रहे।
--------------------------
जुनरी के दानें चुग चुग कर,जैसे थोड़ा बड़े हुए।
नन्हें पैरों के बल पर तुम,जैसे थोड़ा खड़े हुए।।
फड़काए जब डैने तुमने,मन खुश था पर है हलचल।
कुछ भावुक हूँ उस क्षण से मैं,सोच रहा मन कुछ पल पल।।
आसमान की दुनियाँ से अब,बच्चे जुड़ना सीख रहे।
अरे हवा बह हौले हौले,बच्चे उड़ना सीख रहे।।  1
नीड़ छोड़कर क्षितिज छोर तक,जाना बहुत जरूरी है।
लक्ष्य तुम्हारा जो भी है वह,पाना बहुत जरूरी है।।
रखा हौसला जिसने मन में,चाँद सितारे ले आया।
एक पाँव पे खड़ा पपीहा,बदरा कारे ले आया।।
भूल भुलैयाँ मोड़ों पर अब,बच्चे मुड़ना सीख रहे।
अरे हवा बह हौले हौले,बच्चे उड़ना सीख रहे।। 2
उड़ते उड़ते पर थक जाएं,पर्वत  पर पग धर लेना।
प्यास लगे तो झील किनारे,जल पीकर जग भर लेना।।
बागों से मैं विनय कर चुका,मीठे फल तुमको देंगे।
अंजनि पुत्र हमेशा तुमको,उड़ने वाला बल देंगे।।
शीत!धूप!बारिश!ठहरो अब,बच्चे बढ़ना सीख रहे।
अरे हवा बह हौले-हौले,बच्चे उड़ना सीख रहे।। 3

कवि शिव गोपाल अवस्थी

©Shiv gopal awasthi

#tootadil

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#कविता  साँस है तब तक विरह के गीत मैं लिखता रहूँगा,
बहुत रोओगे कभी तुम मुझको पढ़ लेने के बाद,

~shiv gopal awasthi

©Shiv gopal awasthi

साँस है तब तक विरह के गीत मैं लिखता रहूँगा, बहुत रोओगे कभी तुम मुझको पढ़ लेने के बाद, ~shiv gopal awasthi ©Shiv gopal awasthi

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जमुना तट पे नित खेल खिलें,ब्रज भूमि करी प्रभु पावन री। नित नूतन रंग उमंग लिए,हरि संग भयो मन भावन री। मथुरा नगरी बड़भागिन है,रज गोकुल और महावन री। जँह श्याम सखा बन खेलत है,नित आवत द्वार बुलावन री। शिव गोपाल@तरंग

 जमुना तट पे नित खेल खिलें,ब्रज भूमि करी प्रभु पावन री।
नित नूतन रंग उमंग लिए,हरि संग भयो मन भावन री।
मथुरा नगरी बड़भागिन है,रज गोकुल और महावन री।
जँह श्याम सखा बन खेलत है,नित आवत द्वार बुलावन री।

शिव गोपाल@तरंग

जमुना तट पे नित खेल खिलें,ब्रज भूमि करी प्रभु पावन री। नित नूतन रंग उमंग लिए,हरि संग भयो मन भावन री। मथुरा नगरी बड़भागिन है,रज गोकुल और महावन री। जँह श्याम सखा बन खेलत है,नित आवत द्वार बुलावन री। शिव गोपाल@तरंग

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"किसी के कष्ट का कारण कभी बनना नहीं मित्रो, बुरा जब वक्त आता है दुआएं काम आती हैं" Poet@Sg awasthi

 "किसी के कष्ट का कारण कभी बनना नहीं मित्रो,
बुरा जब वक्त आता है दुआएं काम आती हैं"

Poet@Sg awasthi

15 april 2020

8 Love

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