White एक दिन खुली आँखों से ये ख्वाब सजाना है,
उसकी आँखों मै देख के सो जाना है।
मुझे मेरी सच्चाई मेरी मोहब्बत पर भरोसा है,
में तो उसका हुँ,उसे भी मेरा किसी दिन हो जाना है।
फिर भी मन में ये शंका तो रहती है,इस दिन - दुनियाँ का क्या ठिकाना है।
मुझे ऐसा मायुश देख मेरा दोस्त मुझमें हिम्मत भरता है,
तुझको तो बस अपना हाल बताना हैं ।
क्या हुआ अगर बात नही बनी तो, तु चिंता क्यों करता है ।
अपने शहर में ही तो महखाना है ।
©ravi sonwani
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