MAnoj MEhar

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khwavo ka musafir 8440918352

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Poetry Nights

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Friday, 2 February | 12:22 am

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Expired
#BreakUp #Broken #lonely #payar #ishq  कतरा याद का पुराने एहसास.......

#ishq #Broken #love #payar #BreakUp #lonely

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#puraniyaadein #memyself #Google #kavita #viral  in raho se kho ki apna pta .......
 ये यादें और मैं बस तुझे ही पुकारा करते हैं।
 सजा कर ख्वाब तेरे तुझे बुलाया करते हैं।।
 एक ख्वाब सा है तू मगर ।
तुझे हकीकत बनाया करते हैं ।।
कुछ पल तेरे साथ के अनछुए एहसास के।
 अकेले में बैठकर मुझे हंसाया करते हैं ।।
तेरा यु शर्म जाना थोड़ा सा मुस्कुरा जाना।
 बिन कहे कुछ भी मुझे गुदगुदाया करते हैं ।।
 साथ नही तू पास नही खबर थोड़ी भी ना सही
 कुछ परिंदे आकर तेरा हाल सुनाया करते हैं ।।
दरकार तेरे प्यार की साथ की एहसास की।
 मैं ना चाहूं फिर भी एक आरजू जगाया करते हैं ।।
तू दूर है या पास है एक भ्रम भरा एहसास है।
 ये सारे सवाल ही तेरी याद दिला करते हैं।।
 आज भी बसा है तू मेरे मन के कोने में ।
ये आंखों के झरोखे मुझे बताया करते हैं।।
ये यादें और मैं तुझे पुकारा करते हैं......

                                                      ।।  मनोज।।

©MAnoj MEhar

ये यादें और मैं बस तुझे ही पुकारा करते हैं। सजा कर ख्वाब तेरे तुझे बुलाया करते हैं।। एक ख्वाब सा है तू मगर । तुझे हकीकत बनाया करते हैं ।। कुछ पल तेरे साथ के अनछुए एहसास के। अकेले में बैठकर मुझे हंसाया करते हैं ।। तेरा यु शर्म जाना थोड़ा सा मुस्कुरा जाना। बिन कहे कुछ भी मुझे गुदगुदाया करते हैं ।। साथ नही तू पास नही खबर थोड़ी भी ना सही कुछ परिंदे आकर तेरा हाल सुनाया करते हैं ।। दरकार तेरे प्यार की साथ की एहसास की। मैं ना चाहूं फिर भी एक आरजू जगाया करते हैं ।। तू दूर है या पास है एक भ्रम भरा एहसास है। ये सारे सवाल ही तेरी याद दिला करते हैं।। आज भी बसा है तू मेरे मन के कोने में । ये आंखों के झरोखे मुझे बताया करते हैं।। ये यादें और मैं तुझे पुकारा करते हैं...... ।। मनोज।। ©MAnoj MEhar

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थोड़ा थोड़ा मै खुदको सबके नाम कर गया यही एक खता मैं सरेआम कर गया।। ©MAnoj MEhar

#treanding #Myself #me  थोड़ा थोड़ा मै खुदको सबके नाम कर गया
यही एक खता मैं सरेआम कर गया।।

©MAnoj MEhar
#SelfDiscovery #poem  साया भी मेरा इस कदर जुदा है मुझसे।
जैसे कोई अंधेरी रात हो।।
इंतजार हैं उस पल का मुझे।।
जब मेरी ही मुझसे मुलाकात हो।।
 यूं दूर हु खुदसे जैसे चांद चकोर से।
मिल जाऊ खुद्से ही मैं काश कोई ऐसी बात हो।।
                                                             मनोज

©MAnoj MEhar

#SelfDiscovery #life #poem

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