तो ज्यादा समय न लेते हुए मैं, आदमी और मनुष्य में आपको थोड़ा अंतर बता देता हूं!
आदम के समय जो आदमी होते थे, वो आदमखोर थे, जानवर और आदमी में कोई ज्यादा फर्क नहीं होता था! मनु से मनुष्य की उत्पत्ति धीरे-धीरे शुरू हुई!
मनुष्य मतलब यह है कि, जो इतना संपूर्ण हो, इतना प्रेम से भरा हो, जो इस प्राकृतिक और इस प्राकृतिक के अंदर रहने वाले हर एक जीव जंतु का ख्याल रखें! उसके प्रति प्रेम रखें! और उसमें अपना ऐसा सहयोग दें की यह प्राकृतिक और ब्रह्मांड में शांति ही शांति हो! या आप कह सकते हो भगवान जैसा रहें, जित
संसार को किसने रचा?
आप सब इतना प्रेम और इतना समय मेरे लिए निकाल लेते हैं! उसके लिए आपको हृदय से धन्यवाद!😊🙏🙏😊
शक्तियां हमेशा किसी जननी से ही आती है, इसलिए जननी का सम्मान करें! और जननी से भी मेरा आग्रह है कि, आप जननी हैं! आप सर्वशक्तिमान हैं! आप पुरुष बन अपनी शक्ति का सर्वनाश ना करें! क्योंकि आज के समय में महिलाओं में एक जोर-शोर चला है, पुरुषों की बराबरी करने का! कोई जरूरत नहीं है, आप ऐसे ही बहुत शक्तिशाली, प्रेम की सागर, शांति की लहर, और ना जाने कितना प्राकृतिक आपके अंदर छुपा हुआ है! आप उनके पी
जीवन क्या है?
इस छोटी सी वीडियो में मैं आपको इस प्रश्न का उत्तर देने का कोशिश किया हूं! आपसे आग्रह है कि, आप अंतिम तक इस वीडियो को देखें! और आपके भी अगर कोई प्रश्न हो तो हमें जरूर भेजें और अगर मेरे द्वारा सही तरीके से नहीं बताया गया हो, तो बताने का भी प्रयत्न करें! आप सब को हृदय से प्रेम और आपके अंदर बैठे परमात्मा को प्रणाम!!🙏🙏
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