Raj

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दिलों में हजारों गम होते हैं, लिखने से भी गम कम होते है ।

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उम्र के इस पड़ाव में , कई सफ़र हमने किया , काटे भरे रास्तों पे चलकर हर बार कुछ नया किया। ©Raj

 उम्र के इस पड़ाव में , कई सफ़र हमने किया ,
काटे भरे रास्तों पे चलकर हर बार कुछ नया किया।

©Raj

zindagi sad shayari

8 Love

तुम्हारी किताबें ये यादें हमेशा साथ रहेंगी तुम्हारी मेरी बातें, दिन हो या रात जीवन के हर मोड़ पर तुम देना मेरा साथ! दूर रहो या पास छोड़ना ना कभी ये दोस्ती का हाथ, वो तुम ही तो हो जो हो सबसे खास!........जो हो सबसे खास....! कई ख्वाहिशे दबी है इस दिल में तुम कहो तो बताऊं, इस बार मिलो तो सही अपना हाल ऐ दिल तुम्हें सुनाऊं! चार दिन की जिंदगी है कुछ पल जी लो मेरे साथ, वो तुम ही तो हो जो हो सबसे खास....! जो हो सबसे खास.......! इस नफरत भरी दुनिया में तुम्हें क्या मैं बताऊं, समझ नहीं आता अपनी दोस्ती को किस मुकाम तक ले जाऊं! अब कह दो हम जैसा कोई ना है तुम्हारे पास, वो तुम ही तो हो जो हो सबसे खास.....!जो हो सबसे खास......! बात हो या ना हो बात करने का बहाना होता है, नींद आती है फिर भी ना सोने का बहाना होता है! बात जब शुरू हो तो अधूरी पड़ जाती है रात, वो तुम ही तो हो जो हो सबसे खास......!जो हो सबसे खास.........! ना उम्मीद करके भी तुमसे उम्मीद होता है, तुमसे मिलते ही मेरे अंदर कुछ अजीब सा होता है! एक खामोश सी हलचल बनी रहती है तुमसे मिलने के बाद, वो तुम ही तो हो जो हो सबसे खास........! जो हो सबसे खास.....! कभी सोचा है दो पल तुम्हारे संग चैन का बिताऊ, सौप दू खुद को तुम्हें और तुम्हारी बातों में खो जाऊं! तुम्हारी मौजूदगी में होने से होता है कुछ अलग ही एहसास, वो तुम ही तो हो जो हो सबसे खास.....! जो हो सबसे खास.....! बेपरवाह है हम इस दोस्ती का ना अंत कभी होगा, बेखौफ है हम की ये दोस्ती अनंत तक होगा! कभी-कभी तुम्हें खोने से डर का होता है आभास, वो तुम ही तो हो जो हो सबसे खास.....!जो हो सबसे खास......! मैं शुक्रगुजार हूं उस रब का जिसने तुम्हें मुझे दिया, संदेशों पर शुरू हुई बातों से मुलाकातों का सफर दिया! खूब तरक्की करना तुम जीवन में और रखना मेरी दोस्ती का लाज, वो तुम ही तो हो जो हो सबसे खास......!जो हो सबसे खास......! ©Raj

 तुम्हारी किताबें ये यादें हमेशा साथ रहेंगी तुम्हारी मेरी बातें,
दिन हो या रात जीवन के हर मोड़ पर तुम देना मेरा साथ!
दूर रहो या पास छोड़ना ना कभी ये दोस्ती का हाथ,
वो तुम ही तो हो जो हो सबसे खास!........जो हो सबसे खास....!


कई ख्वाहिशे दबी है इस दिल में तुम कहो तो बताऊं,
इस बार मिलो तो सही अपना हाल ऐ दिल तुम्हें सुनाऊं!
चार दिन की जिंदगी है कुछ पल जी लो मेरे साथ,
वो तुम ही तो हो जो हो सबसे खास....! जो हो सबसे खास.......!


इस नफरत भरी दुनिया में तुम्हें क्या मैं बताऊं, 
समझ नहीं आता अपनी दोस्ती को किस मुकाम तक ले जाऊं! 
अब कह दो हम जैसा कोई ना है तुम्हारे पास, 
वो तुम ही तो हो जो हो सबसे खास.....!जो हो सबसे खास......!


बात हो या ना हो बात करने का बहाना होता है, 
नींद आती है फिर भी ना सोने का बहाना होता है! 
बात जब शुरू हो तो अधूरी पड़ जाती है रात, 
वो तुम ही तो हो जो हो सबसे खास......!जो हो सबसे खास.........!


ना उम्मीद करके भी तुमसे उम्मीद होता है, 
तुमसे मिलते ही मेरे अंदर कुछ अजीब सा होता है!
एक खामोश सी हलचल बनी रहती है तुमसे मिलने के बाद,
वो तुम ही तो हो जो हो सबसे खास........! जो हो सबसे खास.....!


कभी सोचा है दो पल तुम्हारे संग चैन का बिताऊ, 
सौप दू खुद को तुम्हें और तुम्हारी बातों में खो जाऊं! 
तुम्हारी मौजूदगी में होने से होता है कुछ अलग ही एहसास, 
वो तुम ही तो हो जो हो सबसे खास.....! जो हो सबसे खास.....!


बेपरवाह है हम इस दोस्ती का ना अंत कभी होगा, 
बेखौफ है हम की ये दोस्ती अनंत तक होगा! 
कभी-कभी तुम्हें खोने से डर का होता है आभास, 
वो तुम ही तो हो जो हो सबसे खास.....!जो हो सबसे खास......!


मैं शुक्रगुजार हूं उस रब का जिसने तुम्हें मुझे दिया,
संदेशों पर शुरू हुई बातों से मुलाकातों का सफर दिया!
खूब तरक्की करना तुम जीवन में और रखना मेरी दोस्ती का लाज, 
वो तुम ही तो हो जो हो सबसे खास......!जो हो सबसे खास......!

©Raj

poetry on love poetry in hindi

18 Love

वो दिन भी क्या दिन थे जब हम सोते नहीं थे रातों में, रात होते ही हम खो जाते थे संदेशों की बातों में! सुबह के आए संदेशों के उत्तर को देते थे फुर्सत की रातों में , वो दिन भी क्या दिन थे जब हम सोते नहीं थे रातों में। दिन पर दिन बातों का होना हर बातों को साझा करना, किसी बात पर चुटकी लेना किसी बात पर हंस देना! और वो एक दिन का बात ना होना उदासी देती थी सुबह की यादों में, वो दिन भी क्या दिन थे जब हम सोते नहीं थे रातों में। हर रोज के बीते पल को कहना सुबह से लेकर शाम का ढलना, वो आने वाले कल का होना कई समस्याओं से हल्का होना! यूं प्यार से उनका प्यारे कहना सुकून देती थी रातों में, वो दिन भी क्या दिन थे जब हम सोते नहीं थे रातों में। बिन सोचे समझे कुछ भी कहना ना कुछ कह कर भी सब कुछ कहना , बिना कॉल किए बातें करना बातों को रातों तक होना! बेवजह का वो चिंता करना हमारी गलतियों पर उनका निंदा करना, खो जाते थे हम उनकी बातों में! वो दिन भी क्या दिन थे जब हम सोते नहीं थे रातों मे। किसी बात पर ताना देना कभी-कभी बहाना देना, यू मेरे दिल का उन पर मरना और हंस के उनका ना कहना! फिर भी मेरा उन पर मरना खोने के डर से दोस्ती करना, ना उनको कोई फर्क पड़ना ना दिल का मेरे दर्द पढ़ना! मेरे जज्बातों को हल्के में लेना जो सताती है मुझे यादों में, वो दिन भी क्या दिन थे जब हम सोते नहीं थे रात में । रोज रात संगीत सुनना उनके लिए मेरा गीत कहना, ओ बिन बोले हर चीज कहना मेरा उनसे प्रीत करना! हमेशा मेरा जिद करना उनसे मेरा मीत करना, ना हम समझ सके उनके जज्बातों को ! वो दिन भी क्या दिन थे जब हम सोते नहीं थे रातों में। यूं पास आकर दूर होना दूर जाकर पास आना, कभी मिलने की चाह ना करना मन मर्जी से बातें करना! फिर मेरा उनसे मिलने जाना जल्दी में मेरा वापस आना, ना खुलकर उनसे बातें करना ना आंखों से आंखों का मिलना! जो जलाती है मुझे रातों में, वो दिन भी क्या दिन थे जब हम सोते नहीं थे रात में। ©Raj

#Motivational #good_night  वो दिन भी क्या दिन थे जब हम सोते नहीं थे रातों में,
रात होते ही हम खो जाते थे संदेशों की बातों में!
सुबह के आए संदेशों के उत्तर को देते थे फुर्सत की रातों में ,
वो दिन भी क्या दिन थे जब हम सोते नहीं थे रातों में। 

दिन पर दिन बातों का होना हर बातों को साझा करना, 
किसी बात पर चुटकी लेना किसी बात पर हंस देना!
और वो एक दिन का बात ना होना उदासी देती थी सुबह की यादों में, 
वो दिन भी क्या दिन थे जब हम सोते नहीं थे रातों में।

हर रोज के बीते पल को कहना सुबह से लेकर शाम का ढलना, 
वो आने वाले कल का होना कई समस्याओं से हल्का होना!
यूं प्यार से उनका प्यारे कहना सुकून देती थी रातों में, 
वो दिन भी क्या दिन थे जब हम सोते नहीं थे रातों में।

बिन सोचे समझे कुछ भी कहना ना कुछ कह कर भी सब कुछ कहना ,
बिना कॉल किए बातें करना बातों को रातों तक होना!
बेवजह का वो चिंता करना हमारी गलतियों पर उनका निंदा करना,
खो जाते थे हम उनकी बातों में! 
वो दिन भी क्या दिन थे जब हम सोते नहीं थे रातों मे।

किसी बात पर ताना देना कभी-कभी बहाना देना, 
यू मेरे दिल का उन पर मरना और हंस के उनका ना कहना! 
फिर भी मेरा उन पर मरना खोने के डर से दोस्ती करना,
ना उनको कोई फर्क पड़ना ना दिल का मेरे दर्द पढ़ना! 
मेरे जज्बातों को हल्के में लेना जो सताती है मुझे यादों में,
वो दिन भी क्या दिन थे जब हम सोते नहीं थे रात में ।

रोज रात संगीत सुनना उनके लिए मेरा गीत कहना, 
ओ बिन बोले हर चीज कहना मेरा उनसे प्रीत करना! 
हमेशा मेरा जिद करना उनसे मेरा मीत करना,
ना हम समझ सके उनके जज्बातों को !
वो दिन भी क्या दिन थे जब हम सोते नहीं थे रातों में।

यूं पास आकर दूर होना दूर जाकर पास आना, 
कभी मिलने की चाह ना करना मन मर्जी से बातें करना!
फिर मेरा उनसे मिलने जाना जल्दी में मेरा वापस आना, 
ना खुलकर उनसे बातें करना ना आंखों से आंखों का मिलना!
जो जलाती है मुझे रातों में, 
वो दिन भी क्या दिन थे जब हम सोते नहीं थे रात में।

©Raj

#good_night

18 Love

White यू टूट के बिखर जाए ऐसे ख्वाब नहीं है मेरे, झूठ के बुनियाद पर सपने नहीं है मेरे, लोग कहते हैं सपने खुली आंखों से देखो तुम, पर हम कहते हैं इन आंखों के आसरे सपने नहीं है मेरे । ©Raj

#loV€fOR€v€R #motivatation #quotation #DreamBig #Trading  White यू टूट के बिखर जाए ऐसे ख्वाब नहीं है मेरे,
झूठ के बुनियाद पर सपने नहीं है मेरे, 
लोग कहते हैं सपने खुली आंखों से देखो तुम, 
पर हम कहते हैं इन आंखों के आसरे सपने नहीं है मेरे ।

©Raj
#कविता #teatime  काश इन निगाहों की सूरत में हम होते ,
तुम्हारे दिन और रात की जरूरत हम होते,
तुम्हारे हर दुःख की राहत हम होते,
हर बीते पल की चाहत हम होते,
सुकून और रूह की अदावत हम होते
तुम्हारे हर बातों कि कहावत हम होते ,
अब ना पूछो कि हम क्या क्या होते,
तुम्हारे हर सोच की बनावट हम होते।
l

©Raj

#teatime

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ना करना कभी मोहब्बत एकतरफा ऐ मेरे दिल, क्या पता जिसे तुम चाहो वो तुम्हारे मुक्कदर में ही ना हों। ©Raj

#One_Shayri_One_Story #follow4followback #शायरी #One_sided_love #treanding  ना करना कभी मोहब्बत एकतरफा ऐ मेरे दिल, क्या पता जिसे तुम चाहो वो तुम्हारे मुक्कदर में ही ना हों।

©Raj
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