"उनके देखे से जो आ जाती है मुँह पर रौनक़"
सावला रंग औऱ खुमार सादगी का मन-मोहक
आँखों मे भी नशा उतरता है सांसों को भी जुनून पकड़ता है
हमने उनकी इस कदर तलब लगाई है
उनका हर रूप हर नज़ारा बड़ा प्यार और सिर्फ हमारा लगता है
एक खोया गुलाब सा दिल मेरा जो आज भी एक बन्द किताब का हिस्सा है
जो तुमने अनछुआ रखा वो कुछ और नही अपनी मोहब्बत का किस्सा है
मेरी सच्चाई तुझसे, मेरी हर ख्वाइश तुझसे,
आंखरी बार फिर से इज़हार करना है
तुझ से हर तरीका अपना कर प्यार करना है
तू है मेरा मान-सम्मान शान और सारी शोहरत
"उनके देखे से जो आ जाती है मुँह पर रौनक़"
सावला रंग और खुमार सादगी का मन-मोहक
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