जानती हूँ बेशुमार मोहब्बत हैं तुम्हे
मेरी गलतियों से
मेरी नादानी से
मेरे नखरो से
मेरे गुस्से से
और बेशक बेइंतहा मुझसे!
समझना और समझाना
रिश्तों में यूँही प्यार को बढ़ाना
मैंने तुमसे ही तो सीखा हैं....
अपने रिश्ते को, दुनिया की बुरी नजरो से बचाना
कमजोर पड़ने पर गले से लगाना
मुश्किलों में परेशानियों से लड़ना
और एक दूसरे से , ताउम्र मोहब्बत करना !
-साक्षी chauhan
#imperfectly perfect 2917♥️
©sakshi chauhan
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