इश्क़ की परेशानी अच्छी लगती है
तेरी ये आनाकानी अच्छी लगती है ।
होशियारी हमने बहुत सीखी है पर
इश्क़ में नादानी अच्छी लगती है ।
ज़िन्दगी का हर हर्फ़ हमने पढ़ा है
एक तेरी ही जबानी अच्छी लगती है ।
एक उम्र गुज़र गई आशिकी में
बातें वही पुरानी अच्छी लगती हैं ।
जाने कितने ही गीत सुने हमने पर
तेरे होठ की वीरानी अच्छी लगती है ।
~ निदाघ
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here