YASHVARDHAN

YASHVARDHAN Lives in Delhi, Delhi, India

जिस दिन क़त्लेआम मचा था उस दिन मैख़ाने में सो गया था इसीलिए आज तक जिंदा हूँ मैं ...

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जॉन साब को पढ़ते-पढ़ते हुए कब रात हो गई पता नहीं चला। एक शायर ज्यादा से ज्यादा क्या लिख सकता है ? जॉन साब की शायरी में आपको सब कुछ मिलेगा जिसकी आपको तमन्ना है। कुछ एक शेर इतने गहरे कि ज़िंदगी का फ़लसफ़ा समझ में आ जाए। उन्हीं में से एक शेर:- मेरी तन्हाई में ख़्वाबों के सिवा कुछ भी नहीं मेरे कमरे को सजाने की तमन्ना है तुम्हें मेरे कमरे में किताबों के सिवा कुछ भी नहीं... म ©YASHVARDHAN

#SAD  जॉन साब को पढ़ते-पढ़ते हुए कब रात हो गई पता नहीं चला। एक शायर ज्यादा से ज्यादा क्या लिख सकता है ? जॉन साब की शायरी में आपको सब कुछ मिलेगा जिसकी आपको तमन्ना है। कुछ एक शेर इतने गहरे कि ज़िंदगी का फ़लसफ़ा समझ में आ जाए। उन्हीं में से एक शेर:- 

मेरी तन्हाई में ख़्वाबों के सिवा कुछ भी नहीं
मेरे कमरे को सजाने की तमन्ना है तुम्हें
मेरे कमरे में किताबों के सिवा कुछ भी नहीं...












म

©YASHVARDHAN

बस

13 Love

White सब कुछ बातें कर लेने के बाद एक नीरव खामोशी, उधर से न लड़की बोल रही न इधर से लड़का।  दोनों के बीच एक चुप्पी की खाई गहराती जा रही थी। तभी अचानक उधर से - "कल मेरी MOD (Master On Duty) है" , "All the best" बोलकर लड़का फिर से शांत हो गया।  लड़की के statement ने खाई के बीच में पुल का काम किया.... ©YASHVARDHAN एम ©YASHVARDHAN

#Sad_shayri  White सब कुछ बातें कर लेने के बाद एक नीरव खामोशी,
उधर से न लड़की बोल रही न इधर से लड़का। 
दोनों के बीच एक चुप्पी की खाई गहराती जा रही थी।

तभी अचानक उधर से -

"कल मेरी MOD (Master On Duty) है" ,

"All the best" बोलकर लड़का फिर से शांत हो गया। 

लड़की के statement ने खाई के बीच में पुल का काम किया....


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एम

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#Sad_shayri

15 Love

Village Life आपसे बात करना अपने गांव की ओर लौटना होता है, जहां हमारे पुरखों की आत्माएं आसमान में आर्तनाद करती हैं, जहां शाम को पशुओं का झुंड  अपने घरों की ओर लौट रहा होता है, जहां पंक्षी जोड़े में बैठे  गलबहियां करते हैं, जहां सूरज पूरब दिशा से विदा लेते हुए अगले दिन आने को कहता है, जहां माएं हर रोज दिन भर के काम से फुर्सत होकर चौखट पर बैठकर शहर की ओर जाने वाली सड़क को देखती हैं, उस गांव में कुछ लोग शहर जाकर  शहर के हो जाते हैं, इधर मैं आपसे बात करके  अपने आपको गांव कर लेता हूं.... ©YASHVARDHAN ©YASHVARDHAN

#villagelife  Village Life आपसे बात करना
अपने गांव की ओर लौटना होता है,
जहां हमारे पुरखों की आत्माएं
आसमान में आर्तनाद करती हैं,

जहां शाम को पशुओं का झुंड 
अपने घरों की ओर लौट रहा होता है,
जहां पंक्षी जोड़े में बैठे 
गलबहियां करते हैं,
जहां सूरज पूरब दिशा से विदा लेते हुए
अगले दिन आने को कहता है,

जहां माएं हर रोज
दिन भर के काम से फुर्सत होकर
चौखट पर बैठकर
शहर की ओर जाने वाली सड़क को देखती हैं,

उस गांव में कुछ लोग शहर जाकर 
शहर के हो जाते हैं,
इधर मैं आपसे बात करके 
अपने आपको गांव कर लेता हूं....
©YASHVARDHAN

©YASHVARDHAN

#villagelife

15 Love

"ये डायरी का आखिरी पन्ना तुम ख़ुद पढ़ लेना..." (इतना कहते हुए लड़की उठकर चली गयी) डायरी के आखिरी पन्ने पर लिखा था, "अलविदा" .... ©YASHVARDHAN . ©YASHVARDHAN

#UskePeechhe #लव  "ये डायरी का आखिरी पन्ना तुम ख़ुद पढ़ लेना..."

(इतना कहते हुए लड़की उठकर चली गयी)

डायरी के आखिरी पन्ने पर लिखा था,

"अलविदा" ....
                                                     ©YASHVARDHAN









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#UskePeechhe

13 Love

आपको पता है, मेरे एक friend हैं उन्हें बोगेनवेलिया बहुत पसंद है। (सोचते हुए) बोगेनवेलिया, नाम तो सुना है लेकिन याद नहीं आ रहा। लेकिन इसमें ऐसी क्या खास बात है ? ये साल भर खिलता है। इसका कोई विशेष मौसम नहीं होता। चलिए न देखकर आते हैं...... Metro - अगला स्टेशन बोटैनिकल गार्डन है। ©YASHVARDHAN . ©YASHVARDHAN

#ज़िन्दगी #Bogenbeliya  आपको पता है, मेरे एक friend हैं उन्हें बोगेनवेलिया बहुत पसंद है।

(सोचते हुए)

बोगेनवेलिया, नाम तो सुना है लेकिन याद नहीं आ रहा। लेकिन इसमें ऐसी क्या खास बात है ? 

ये साल भर खिलता है। इसका कोई विशेष मौसम नहीं होता। चलिए न देखकर आते हैं......


Metro - अगला स्टेशन बोटैनिकल गार्डन है।



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#Bogenbeliya

13 Love

#thought #love❤ #kavita  .



























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