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सिफारिशें तुम्हारी, जो सारी मुझसे ,वो मैं मान लूं। मेरे इज़हार के इनकार का, मुस्कुरा कर दर्द, मैं संभाल लूं। इज़हार नकार देना चाहे, तुम फिर मेरा , एक बार फिर मैं, हार अपनी स्वीकार लूं। ©Shreyansh Tiwari
Shreyansh Tiwari
9 Love
मेरी थमी साँसों मे साद़गी, एक सिर्फ़ तुम्हारे नाम से ही आ जाती है। कहो ना तुम भले एक लफ़्ज़ मुझ से, आँखें तुम्हारी किस्से हज़ार समझा मुझे जाती है। फ़ासलों के इन्तेहां, हो गए पूरे या, दीदार में तुम्हारे कुछ पल और बाकि है। ©Shreyansh Tiwari
8 Love
असल में हो दूर तुम इसलिए, लगाता हूं, रोज़ तुम्हें ख़्वाबों में गले। माने बात दिल की ये, हो जाऊंगा दूर, महफ़िल से अपनी, फिर शायद समझ मंजिल तुम्हें, कदम ये मेरे तुम्हारी ओर चले। ©Shreyansh Tiwari
11 Love
कल के बारे मे सोच कर, मैं घबराता था कभी, तुमने उस ख्याल को ही मिटा दिया, शिकायत करू भी तो किस बात कि तुमसे, हारने का ख्याल बस आ चुका था, ज़ेहन मे मेरे, तभी आ कर परछाईं ने तुम्हारी, हांथ मेरा थाम लिया। ©Shreyansh Tiwari
12 Love
अंजान हो तुम वफ़ाओं से मेरी फिर भी, वफ़ा सिर्फ एक तुमसे निभाऊगां। गुरूर से खुद के हार कर मैं, कोशिशें तुम्हे पाने कि लाख कर जाऊगां। तुमसे तुम्हे जीतने कि खातिर, खुद को हर बार मैं हराऊगां। मैं जग से सारे हार कर भी, एक सिर्फ तुम्हे जीत ले जाऊगां। ©Shreyansh Tiwari
7 Love
ख़्वाबों में जो था सोचा कभी, वो एक किरदार हो तुम। सुबह का पहला और, रात का आखिरी ख्याल हो तुम। मेरे सारे सवालों का, एक लौता जवाब हो तुम। माना ये एक तरफ़ा इश्क़ है फ़िलहाल, जिसका अंतिम पड़ाव हो तुम। ©Shreyansh Tiwari
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