Deepika Kashyap

Deepika Kashyap Lives in Kota, Rajasthan, India

कर्जदार हूं जिन्दगी तेरी मैं.... तूने दिया बहुत कुछ हैं , बहुत कुछ सुलझा हुआ हैं बहुत कुछ उलझा हुआ हैं पर फ़िर भी जिन्दगी मैं खुश हूं तुझसे!

  • Latest
  • Popular
  • Video

फ़ैसला कर दीजिये....... थक चुके है आपकी राह ताकते-ताकते , अब भी केद रखे खुदको कि..... आज़ाद हो ले.!!!

#DP  फ़ैसला कर दीजिये....... 
थक चुके है आपकी राह ताकते-ताकते ,
अब भी केद रखे खुदको कि..... आज़ाद हो ले.!!!

थक चुके है आपकी राह ताकते-ताकते , अब भी केद रखे खुदको कि..... आज़ाद हो ले......अब तो कर ही दिजिये बड़ी उलफ़त में है हम!!! #DP

6 Love

तक राह तेरी हम बेजुबान बेहिसाब बेठे हैं कब आयेगा तेरे दिदार का मोसम.. जिस पर आँखों के निशां लगाये बेठे हैं ©deepikakashyap

#shayri #poets #DP  तक राह तेरी हम बेजुबान बेहिसाब बेठे हैं 
कब आयेगा तेरे दिदार का मोसम.. जिस पर आँखों के निशां लगाये बेठे हैं
©deepikakashyap

हे मेरे भोले भंडारी तेरी मोहिनी सूरत लगे है प्यारी तू सुख कर्ता तू दुखःहर्ता तेरी हर महिमा है न्यारी अपार शक्ति जगत उजाला हे परमात्मा तेरा खेल निराला ना मोह भली है ना है माया जब से मैंने तेरा ध्यान लगाया रूप तेरा गजब है भाया जब से तुझसे नयन लड़ाया छोड. दी सब प्रीत रे भाया जब से भोले ने दरस दिखाया हर दिन भी उसका रात भी उसकी मैं तो करती बस बात हू उसकी इश्क़ किया उसकी नजरों से तब से भोले तन-मन मे समाया लाख भक्त भले शरण तुम्हारी तुमसे ये बिनती है हमारी सुनना अरज हर वक़्त हमारी हे मेरे भोले भंडारी. (ॐ नमः शिवाय )🙏

 हे मेरे भोले भंडारी 
तेरी मोहिनी सूरत लगे है प्यारी 
तू सुख कर्ता तू दुखःहर्ता 
तेरी हर महिमा है न्यारी 
अपार शक्ति जगत उजाला 
हे परमात्मा तेरा खेल निराला 
ना मोह भली है ना है माया 
जब से मैंने तेरा ध्यान लगाया 
रूप तेरा गजब है भाया 
जब से तुझसे नयन लड़ाया
छोड. दी सब प्रीत रे भाया 
जब से भोले ने दरस दिखाया
हर दिन भी उसका रात भी उसकी 
मैं तो करती बस बात हू उसकी 
इश्क़ किया उसकी नजरों से 
तब से भोले तन-मन मे समाया 
लाख भक्त भले शरण तुम्हारी 
तुमसे ये बिनती है हमारी 
सुनना अरज हर वक़्त हमारी 
हे मेरे भोले भंडारी. 
(ॐ नमः शिवाय )🙏

ॐ नमः शिवाय 🙏#dp

3 Love

की इबादत उस खुदा से.... मैंने सुना हैं हुक्म का इक्का उसी का चलता हैं !

 की इबादत उस खुदा से.... 
मैंने सुना हैं हुक्म का इक्का उसी का चलता हैं !

इबादत उस खुदा से....

3 Love

जुबा क्या खुली.... लफ़्ज़ तितर बितर होने लगे मानो उन्हें पंख जो मिल गये कोई राह ना कोई वक़्त देख रहे हैं बस आज़ाद एक तख्त देख रहे हैं अजीब रंगों का शहर हैं ये तो बस अब खुली लगाम का कहर हैं मानो हर रोज की कहानी को आज सुना ही डालेंगे जेसे लगा था कबसे जुबा पर ताला आज लगी चाबी तो सारे राज़ बता ही डालेंगे कब से ठहरे किसी रास्ते पर थे आज मिली आज़ादी तो अपने रंग दिखा ही डालेंगे अब तो जुबा क्या खुली बस सारे राज़ बता ही डालेंगे.

#poem #DP  जुबा क्या खुली.... 
लफ़्ज़ तितर बितर होने लगे 
मानो उन्हें पंख जो मिल गये 
कोई राह ना कोई वक़्त देख रहे हैं 
बस आज़ाद एक तख्त देख रहे हैं 
अजीब रंगों का शहर हैं 
ये तो बस अब खुली लगाम का कहर हैं 
मानो हर रोज की कहानी को आज सुना ही डालेंगे
जेसे लगा था कबसे जुबा पर ताला 
आज लगी चाबी तो सारे राज़ बता ही डालेंगे
कब से ठहरे किसी रास्ते पर थे 
आज मिली आज़ादी तो अपने रंग दिखा ही डालेंगे
अब तो जुबा क्या खुली 
बस सारे राज़ बता ही डालेंगे.

अब तो जुबा क्या खुली बस सारे राज़ बता ही डालेंगे....#DP

5 Love

लगता हैं मोसम आज बेईमानी सा कर रहा हैं अजीब सी शेतानी सी कर रहा हैं हम कह रहे हैं यूँ इस कदर हमारी जुल्फ़ो को ना घेरो फ़िर भी बाज़ अपनी आदतो से नही आ रहा हैं ये मोसम भी ना बडा अजीब हैं बार बार रुख अपना बदल हमसे जल रहा हैं कह रहे हैं हम उनसे ऐसे हमे ना छेडो फ़िर भी जालिम हमसे अकड़ रहा हैं ये मोसम भी ना बडी शेतानी सा कर रहा हैं ना वक़्त देखता ना राह बस अकड़ हमसे आंख मिचोली सी कर रहा हैं ये मोसम भी ना..........

#poem  लगता हैं मोसम आज बेईमानी सा कर रहा हैं
अजीब सी शेतानी सी कर रहा हैं 
हम कह रहे हैं यूँ इस कदर हमारी जुल्फ़ो को ना घेरो 
फ़िर भी बाज़ अपनी आदतो से नही आ रहा हैं 
ये मोसम भी ना बडा अजीब हैं 
बार बार रुख अपना बदल हमसे जल रहा हैं 
कह रहे हैं हम उनसे ऐसे हमे ना छेडो 
फ़िर भी जालिम हमसे अकड़ रहा हैं 
ये मोसम भी ना बडी शेतानी सा कर रहा हैं 
ना वक़्त देखता ना राह 
बस अकड़ हमसे आंख मिचोली सी कर रहा हैं 
ये मोसम भी ना..........

ये मोसम भी ना.... ❤😊♡

4 Love

Trending Topic