Ankit Yadav

Ankit Yadav Lives in Ballia, Uttar Pradesh, India

just nothing

  • Latest
  • Popular
  • Video

प्रवल नदी के धार सा तीक्ष्ण सूर्य के कटार सा , जन्म से संकीर्ण हूँ, मै क्षत्रिय हूँ या कर्ण हूँ ? कर्म प्रशस्त योग्य सा वृक्ष के कोंपल सा, असंख्य दिव्यमान हूँ मै क्षत्रिय हूँ या कर्ण हूँ? संघर्ष उत्कृष्ट का, दृढ-प्रतिज्ञ कर्म का, भगवान परशुराम शिष्य हूँ, मै क्षत्रिय हूँ या कर्ण हूँ? ये क्षण कुरूक्षेत्र का, कृष्ण संवाद का, हे माधव मैं कौन हूँ, मै क्षत्रिय हूँ या कर्ण हूँ ? ये युद्ध धर्म न्याय का, उत्कृष्ट अौर सम्मान का, हे कुन्ते, तुम अात्मा के गुण हो, तुम संकीर्ण नहीं सूर्य पुत्र कर्ण हो ! ©Ankit Yadav

#SunSet  प्रवल नदी के धार  सा 
तीक्ष्ण सूर्य के कटार सा ,
जन्म से संकीर्ण हूँ,
मै क्षत्रिय हूँ या कर्ण हूँ ?
कर्म प्रशस्त योग्य सा
वृक्ष के कोंपल सा,
असंख्य दिव्यमान हूँ
मै क्षत्रिय हूँ या कर्ण हूँ?
संघर्ष उत्कृष्ट का,
दृढ-प्रतिज्ञ कर्म का,
भगवान परशुराम शिष्य हूँ,
मै क्षत्रिय हूँ या कर्ण हूँ?
ये क्षण कुरूक्षेत्र का,
कृष्ण संवाद का,
हे माधव मैं कौन हूँ,
मै क्षत्रिय हूँ या कर्ण हूँ ?
ये युद्ध धर्म न्याय का,
उत्कृष्ट अौर सम्मान का,
हे कुन्ते, तुम अात्मा के गुण हो,
तुम संकीर्ण नहीं सूर्य पुत्र कर्ण हो !

©Ankit Yadav

मै क्षत्रिय हूँ या कर्ण हूँ ? #SunSet

1 Love

तन्हाइयों से घिरा माँ भरी महफ़िल में जन्नत तेरे नाम मैं अाज भी लिखता हूँ, जाते-जाते माँ यु खामोश कर गयी मैं उस ख़ामोशी में दो लफ़्ज़ अाज भी लिखता हूँ! और क्या लिखे तेरे बारे में ए माँ ,तेरे जाने केे बाद मैं अपने वजूद को भी मौत लिखता हूँ!!

 तन्हाइयों से घिरा माँ भरी महफ़िल में जन्नत तेरे नाम मैं अाज भी लिखता हूँ, जाते-जाते माँ यु खामोश कर गयी मैं उस ख़ामोशी में दो लफ़्ज़ अाज भी लिखता हूँ! 
और क्या लिखे तेरे बारे में ए माँ ,तेरे जाने केे बाद मैं अपने वजूद को भी मौत लिखता हूँ!!

ख़ामोशी में दो लफ़्ज़

4 Love

उनको दुआओं में कुछ तो तासीर था,जो खु़दा केे मिनारे भी अाज ख़म सी गई ! वो मांग गयी थी मेरे मौत का दुआ , मौत भी आयी कम्बख्त माँ को खड़ा देख सामने छमा मांग गयी!!

 उनको दुआओं में कुछ तो तासीर था,जो खु़दा केे मिनारे भी अाज ख़म सी गई ! वो मांग गयी थी मेरे मौत का दुआ , मौत भी आयी कम्बख्त माँ को खड़ा देख सामने छमा मांग गयी!!

# मेरे मौत का दुआ

4 Love

शिशकती आँखें केे आँसूओं सा बह जाउँगा मैं,माँ मत रो तेरा काजल हु धूल जाउँगा मैं !!

#माँ  शिशकती आँखें केे आँसूओं सा बह जाउँगा मैं,माँ मत रो तेरा काजल हु धूल जाउँगा मैं !!

#माँ

3 Love

उसने पूछा मुझसे इश्क़ करते हो ? मैंने भी बोला इन बारिश केे बूंदों जैसा! फिर बोली बेवफा हो बरस जाओगे, मैंने बोला कभी नदियो से पूछ इन बूंदों का इश्क़ आसमा छूने के बाद भी नदियो से जा मिलते हैं!!

#बूंदों  उसने पूछा मुझसे इश्क़ करते हो ? मैंने भी बोला इन बारिश केे बूंदों जैसा! फिर बोली बेवफा हो बरस जाओगे, मैंने बोला कभी नदियो से पूछ इन बूंदों का इश्क़ आसमा छूने के बाद भी नदियो से जा मिलते हैं!!

#बूंदों का इश्क़

5 Love

मैंने ज़िन्दगी को तेरे सलीको केे बीच जोड़ रखा हैं,ये दुनिया हैं बेशक बड़ी पर मैंने तेरे ख़्वाबों में ये आसमा मोड़ रखा हैं! तुझे पता है परिंदों को ऊंचाई से डर नहीं लगता,पर तेरे लिए ये आसमा को भी ज़मी से जोड रखा हैं! तू थी बेशक मेरे ख़्वाबों की दुनिया, पर इन् ख़्वाबों को भी तूने ही तो तोड़ रखा हैं! और सुनो तुम खुद को बेशक अपनी पंखों की उड़ान से आसमा से जोड़ लो, पर ये परिंदा अाज भी खुद को ये ज़मी ,आसमा और अपने ख़्वाबों की दुनिया और तेरे सलीको केे बीच खुद को मोड़ रखा हैं!!

#Missing  मैंने ज़िन्दगी को तेरे सलीको केे बीच जोड़ रखा हैं,ये दुनिया हैं बेशक बड़ी पर मैंने तेरे ख़्वाबों में ये आसमा मोड़ रखा हैं!
तुझे पता है परिंदों को ऊंचाई से डर नहीं लगता,पर तेरे लिए ये आसमा को भी ज़मी से जोड रखा हैं!
तू थी बेशक मेरे ख़्वाबों की दुनिया, पर इन् ख़्वाबों को भी तूने ही तो तोड़ रखा हैं!
और सुनो तुम खुद को बेशक अपनी पंखों की उड़ान से आसमा  से जोड़ लो, पर ये परिंदा अाज भी खुद को ये ज़मी ,आसमा और अपने ख़्वाबों की दुनिया और तेरे सलीको केे बीच खुद को मोड़ रखा हैं!!

#Missing ख़्वाबों की दुनिया

6 Love

Trending Topic