अम्बुज बाजपेई

अम्बुज बाजपेई"शिवम्" Lives in Kanpur, Uttar Pradesh, India

ये कलम की दुनिया है साहब, यहां नफा-नुकसान की बातें नहीं होती| instagram_id - i_alone_traveller

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#ज़िन्दगी

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#ज़िन्दगी #Nightlight  धूप भरी दोपहर में छांव की तलाश में हूं,
सर्द रिश्तों में गर्माहटों की ख़ातिर अलाव की तलाश मे हूं।
ख़िलाफ़ बह सके दरिया की मौजों के जो,
मैं ऐसी किसी एक मजबूत नाव की तलाश में हूं।
ऊब चुका हूं रंगीनियों से शहरों की,
सुकून दे जो ऐसे गांव की तलाश में हूं।
सुन्न पड़ गये हैं कुछ तरह ख़्याल मेरे,
कुरेद कर जगाने के लिए गहरे घाव की तलाश में हूं।
तुम वज़ीर को मार कर अपनी जीत मुकम्मल मानते हो,
मैं प्यादे से बादशाह को हराने वाले दांव की तलाश में हूं।
बेज़ान रुहों मे सांसें फसी हुई हैं उम्मीद लिए,
जिंदगी जिंदा लगे ऐसे ख़्वाब की तलाश मे हूं।
दर दर भटका हूं ढूंढने वजूद ख़ुदा का,
अब जा के समझ आया अपने आप की तलाश में हूं।

©अम्बुज बाजपेई"शिवम्"

#Nightlight धूप भरी दोपहर में छांव की तलाश में हूं, सर्द रिश्तों में गर्माहटों की ख़ातिर अलाव की तलाश मे हूं। ख़िलाफ़ बह सके दरिया की मौजों के जो, मैं ऐसी किसी एक मजबूत नाव की तलाश में हूं। ऊब चुका हूं रंगीनियों से शहरों की, सुकून दे जो ऐसे गांव की तलाश में हूं। सुन्न पड़ गये हैं कुछ तरह ख़्याल मेरे, कुरेद कर जगाने के लिए गहरे घाव की तलाश में हूं।

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#लव #raqeeb  मुझे मुझसा ही रहने दे,
 तेरे रकीब की नक़ल नहीं हूं मैं।
मुझे बना सके तो आज बना अपना,
तेरा बीता हुआ कल नहीं हूं मैं।
ये क्या लगा रखा है बार बार
आना और जाना मेरी जिंदगी में,
तेरे सारे पैंतरे समझता हूं
पागल नहीं हूं मैं।

©अम्बुज बाजपेई"शिवम्"

मुझे मुझसा ही रहने दे, तेरे रकीब की नक़ल नहीं हूं मैं। मुझे बना सके तो आज बना अपना, तेरा बीता हुआ कल नहीं हूं मैं। ये क्या लगा रखा है बार बार आना और जाना मेरी जिंदगी में, तेरे सारे पैंतरे समझता हूं पागल नहीं हूं मैं।

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रंग मिलता हो मेरी शेरवानी का तेरे लहंगे से, बस इतने से हैं मेरे ख़्वाब महंगे से। ©अम्बुज बाजपेई"शिवम्"

#ValentinesDay #लव  रंग मिलता हो मेरी शेरवानी का तेरे लहंगे से,
बस इतने से हैं मेरे ख़्वाब महंगे से।

©अम्बुज बाजपेई"शिवम्"

#ValentinesDay #Love

12 Love

 मुख्तालिब मुझसे तू हो बस एक पल को कभी,
हकीकत न हो तो ख़्वाब में सही।
महंगे नही बड़ी आम सी ख्वाहिश है मेरी,
बस इस ख्वाहिश में गुजार दूं सारी जिंदगी।

©अम्बुज बाजपेई"शिवम्"

#ValentinesDay #लव

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#loV€fOR€v€R #कविता  मैं दीदार-ए-चांद में रातें ज़ाया करुंगा,
भले वो रात अमावस की और अंधेरा हो तो हो।
तेरे इश्क के कलमें मैं सबको सुनाऊंगा,
भले ज़माने को बुरा लग जाए और बखेड़ा हो तो हो।
मैं आंखें बंद रख कर तेरे ही ख्वाब देखूं बस,
भले दिन चढ़ जाए और सवेरा हो तो हो।
तेरे होने की खुशी तेरे न होने गम से कहीं बढ़कर है,
भले कुछ पल को ही सही मगर मेरा हो तो मेरा हो।

©अम्बुज बाजपेई"शिवम्"

मैं दीदार-ए-चांद में रातें ज़ाया करुंगा, भले वो रात अमावस की और अंधेरा हो तो हो। तेरे इश्क के कलमें मैं सबको सुनाऊंगा, भले ज़माने को बुरा लग जाए और बखेड़ा हो तो हो। मैं आंखें बंद रख कर तेरे ही ख्वाब देखूं बस, भले दिन चढ़ जाए और सवेरा हो तो हो। तेरे होने की खुशी तेरे न होने गम से कहीं बढ़कर है, भले कुछ पल को ही सही मगर मेरा हो तो मेरा हो।

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