alka yadav

alka yadav Lives in Bikaner, Rajasthan, India

writer Instagram- mr.andmrs.yadav1 (alka yadav )

https://youtu.be/ECgiIjWWY8w

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नारी हूं नारी ही रहने दो हमे हममे अपनी शक्ति है पुरुषों से तुलना मत करो हमे मत कहो पुरूषों की तरह काम करती है हमारा भी अपना अस्तित्व है हर नारी मे एक रोशनी वास करती है बहुत बुरा लगता है जब कोई कहता है अरे वह(नारी) तो पुरुषों को भी मात दे दी हम तो खुद मे बेमिसाल है सिर्फ इतना ही कहो एक नारी ने कमाल कर दी Alka yadav

#poem  नारी हूं
नारी ही रहने दो हमे
हममे अपनी शक्ति है
पुरुषों से तुलना मत करो हमे
मत कहो
पुरूषों की तरह काम करती है
हमारा भी अपना अस्तित्व है
हर नारी मे एक रोशनी वास करती है
बहुत बुरा लगता है
जब कोई कहता है
अरे वह(नारी) तो पुरुषों को भी मात दे दी
हम तो खुद मे बेमिसाल है
सिर्फ इतना ही कहो
एक नारी ने कमाल कर दी

Alka yadav

नारी हूं नारी ही रहने दो हमे हममे अपनी शक्ति है पुरुषों से तुलना मत करो हमे मत कहो पुरूषों की तरह काम करती है हमारा भी अपना अस्तित्व है हर नारी मे एक रोशनी वास करती है बहुत बुरा लगता है जब कोई कहता है अरे वह(नारी) तो पुरुषों को भी मात दे दी हम तो खुद मे बेमिसाल है सिर्फ इतना ही कहो एक नारी ने कमाल कर दी Alka yadav

9 Love

दीदार -ए-तलब खत्म होता है जब, देखती है नजरे मुस्कुराते है लब।। Alka yadav

#lovequotes #mohabbat #Quotes #follow  दीदार -ए-तलब खत्म होता है जब,
देखती है नजरे मुस्कुराते है लब।।


Alka yadav

तेरे शहर कभी आऊंगा, पहले उसका पता दे... तेरे दिल के कोने मे ना सही, तेरी यादो मे तो सहारा दे.. दिल का सच्चा हु मगर इसमें थोड़ी अपनी गवाही दे पूरी जिंदगी मेरे साथ ना सही, थोड़े दिन की वफाई तो दे.. हजारों घूमते है तेरे आगे पीछे अब मे कहा बेठू वो बता दे तेरे साथ को भी तरसते है लोग मगर मुझे तेरे हाथो की सजा तो दे.. बता क्या लिखू तेरे बारे मे तू थोड़ी उसकी वजह दे लिख दू पूरी ग़ज़ल की ख़िताब मगर अपने दिल मे थोड़ी जगह तो दे.... Alka yadav

 तेरे शहर कभी आऊंगा, पहले उसका पता  दे...
तेरे दिल के कोने मे ना सही, तेरी यादो मे तो सहारा दे.. 

दिल का सच्चा हु मगर इसमें थोड़ी अपनी गवाही दे 
पूरी जिंदगी मेरे साथ ना सही, थोड़े दिन की वफाई तो दे.. 

हजारों घूमते है तेरे आगे पीछे अब मे कहा बेठू वो बता दे
तेरे साथ को भी तरसते है लोग मगर मुझे तेरे हाथो की सजा तो दे.. 

बता क्या लिखू तेरे बारे मे तू थोड़ी उसकी वजह दे 
लिख दू पूरी ग़ज़ल की ख़िताब मगर अपने दिल मे थोड़ी जगह तो दे....



Alka yadav

तेरे शहर कभी आऊंगा, पहले उसका पता दे... तेरे दिल के कोने मे ना सही, तेरी यादो मे तो सहारा दे.. दिल का सच्चा हु मगर इसमें थोड़ी अपनी गवाही दे पूरी जिंदगी मेरे साथ ना सही, थोड़े दिन की वफाई तो दे.. हजारों घूमते है तेरे आगे पीछे अब मे कहा बेठू वो बता दे तेरे साथ को भी तरसते है लोग मगर मुझे तेरे हाथो की सजा तो दे.. बता क्या लिखू तेरे बारे मे तू थोड़ी उसकी वजह दे लिख दू पूरी ग़ज़ल की ख़िताब मगर अपने दिल मे थोड़ी जगह तो दे.... Alka yadav

9 Love

गुजरते मंजर को फिर से भिगोया हैं, कुछ चंद लम्हों के लिए फिर से रोया है । दासताँ थी कि पतझड़ में सो जाएँगे गिरकर, कि सूखे मौसम में भी घटाओं ने उसे फिर से भिगोया है ।। Alka yadav

 गुजरते मंजर को फिर से भिगोया हैं,
कुछ चंद लम्हों के लिए फिर से रोया है ।
दासताँ थी कि पतझड़ में सो जाएँगे गिरकर,
कि सूखे मौसम में भी घटाओं ने उसे फिर से भिगोया है ।। 
        

Alka yadav

गुजरते मंजर को फिर से भिगोया हैं, कुछ चंद लम्हों के लिए फिर से रोया है । दासताँ थी कि पतझड़ में सो जाएँगे गिरकर, कि सूखे मौसम में भी घटाओं ने उसे फिर से भिगोया है ।। Alka yadav

10 Love

तुझे पाने की आरज़ू में खोने लगा हूं, शायद मैं भी तेरी तरह किसी का होने लगा हूं, ओर तुम कहते थे किसी के लायक नहीं तुम, शायद मैं एक नालायक का होने लगा हूं। Alka yadav

 तुझे पाने की आरज़ू में खोने लगा हूं,
शायद मैं भी तेरी तरह किसी का होने लगा हूं,
ओर तुम कहते थे किसी के लायक नहीं तुम,
शायद मैं एक नालायक का होने लगा हूं।



Alka yadav

तुझे पाने की आरज़ू में खोने लगा हूं, शायद मैं भी तेरी तरह किसी का होने लगा हूं, ओर तुम कहते थे किसी के लायक नहीं तुम, शायद मैं एक नालायक का होने लगा हूं। Alka yadav

8 Love

बीते वक़्त ने पैरों के निशा छोड़े हैं क्या आने वाले वक़्त ने ख़्वाब जोड़े हैं क्या क्यों फ़िक्र में हैं तू आज और कल की घर बनाने वाले हाथों ने दिल तोड़े है क्या Alka yadav

 बीते वक़्त ने पैरों के निशा छोड़े हैं क्या
आने वाले वक़्त ने ख़्वाब जोड़े हैं क्या
क्यों फ़िक्र में हैं तू आज और कल की
घर बनाने वाले हाथों ने दिल तोड़े है क्या


Alka yadav

बीते वक़्त ने पैरों के निशा छोड़े हैं क्या आने वाले वक़्त ने ख़्वाब जोड़े हैं क्या क्यों फ़िक्र में हैं तू आज और कल की घर बनाने वाले हाथों ने दिल तोड़े है क्या Alka yadav

8 Love

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