तेरा घर "समंदर" में है शायद
जब-जब जाता हूँ "डूब" जाता हूँ,
"इश्क़" है तेरा "खारा-खारा"
जानता हूँ...फिर भी "पी" जाता हूँ।
#कार्तिकेय बेरवाल 'ख़्याल'
#kartikey berwal 'khyal'
मुझे "जंजीरो" से बाँध ले
ऐसे "वादे" तुम्हारे पास कहाँ?
आजाद "पंछी" हूँ मैं,
मुझे "मारकर" चैन से "सुला" दे
ऐसी "मौत" तुम्हारे पास कहाँ?
#कार्तिकेय बेरवाल 'ख़्याल'
#kartikey berwal 'khyal'
"काली-सफ़ेद" स्याही में सिमटी दुनिया सारी,
"सफ़ेद" दिन जैसी "ज़िन्दगी" भी है
"काली" रात जैसी "मौत" पे "वारी"।
#कार्तिकेय बेरवाल 'ख़्याल'
#kartikey berwal 'khyal'
कोई नही इस दुनिया मे "मुस्तहक़म", ना किसी से दिल लगा,
चले जॉएँगे सब बेरुखी से इक दिन,तू क्यों हर किसी को गले लगा?
#कार्तिकेय बेरवाल 'ख़्याल'
#kartikey berwal 'khyal'
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