ANSHU MALA MALA

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Meri khamosi hi mere alfaz hai.....

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तुम्हारे न होने पर भी मैं तुमको ही जीती हूँ तुम मुझसे नफरत करके जीते हो मैं तुम्हारे प्यार मे जी कर मरती हूँ मैं पल पल हर पल बस तुझमें ही जीती हूँ।

#शायरी  तुम्हारे न होने पर भी
मैं तुमको ही जीती हूँ
तुम मुझसे नफरत करके जीते हो
मैं  तुम्हारे प्यार मे जी कर मरती हूँ
मैं पल पल हर पल
बस तुझमें ही जीती हूँ।

तुम्हारे न होने पर भी मैं तुमको ही जीती हूँ तुम मुझसे नफरत करके जीते हो मैं तुम्हारे प्यार मे जी कर मरती हूँ मैं पल पल हर पल बस तुझमें ही जीती हूँ।

8 Love

यू लगता है मुझे कभी मैं जीवित नहीं हूँ या फिर लगता है कि कही खो सी गयी हू ये जो मुझमें जिंदा है वो तो मैं नहीं हूं। शायद मैं ,मैं ही नहीं हू क्योंकि बरसों जीने की चाह में मैं मर सी गयीं हूँ आज शायद मैं ,मैं को ढूंढने निकली हूँ।

#कविता #खुद  यू लगता है मुझे कभी 
मैं जीवित नहीं हूँ
या फिर लगता है कि
कही खो सी गयी हू
ये जो मुझमें जिंदा है
वो तो मैं नहीं हूं।
शायद मैं ,मैं ही नहीं हू
क्योंकि बरसों जीने की चाह में
मैं मर सी गयीं हूँ
आज शायद मैं ,मैं को ढूंढने निकली हूँ।

##खुद को ढूंढने चली हूँ##

5 Love

सच भरम की दूनिया जीता जाये मन जीवन भर सच की दूनिया मे फिर आता ये मन । कहते हैं लोग श्मशान इसको मगर हम कहते हैं आत्मबोध का घर इस को समझ गया यदि समय रहते हर मन इसको बदल जायेगा तब ये युग समझो ।

#विचार #सपना  सच भरम की दूनिया जीता जाये मन जीवन भर
सच की दूनिया मे फिर आता ये मन ।
कहते हैं लोग श्मशान इसको
मगर हम कहते हैं आत्मबोध का घर इस को
समझ गया  यदि समय रहते हर मन इसको
बदल जायेगा तब ये युग समझो ।

#सपना और सच#

7 Love

तुम उगते सूरज का पैगाम हो तुम ढलते सूरज सा अधेरो के बाद आने वाली रोशनी का पैगाम हो ऐ मेरे वतन के वीर तुम्हें हम सबका कोटि कोटि सलाम स्वीकार हो।

#विचार  तुम उगते सूरज  का  पैगाम हो
तुम ढलते सूरज सा
अधेरो के बाद
आने वाली रोशनी का पैगाम हो
ऐ मेरे वतन के वीर
तुम्हें हम सबका कोटि कोटि सलाम स्वीकार हो।

वीर तुझे सलाम ......

3 Love

तेरी आँखों से होकर जो कभी गुजरी थी मैं तुमसे तुम तक ही तो थी मैं पर एहसास कितने पूरे थे कि चाहे अल़फाज कितने ही अधूरे थे पर हम और तुम हमेशां ही पूरे थे

#शायरी  तेरी आँखों से होकर जो कभी गुजरी थी मैं
तुमसे तुम तक ही तो थी मैं
पर एहसास कितने पूरे थे
कि चाहे अल़फाज कितने ही अधूरे  थे
पर हम और तुम हमेशां ही पूरे थे

अधूरे अलफाज........

11 Love

आँखों से ओझल हो गया टूटा हुआ कोई तारा था, गुजरा जो वक्त तुम संग बहुत ही प्यारा था उन पलों मे सिमटा जीवन सारा था खुशियों को समेटे नील गगन मे हर जुगनू एक तारा था न जाने कब कहाँ कैसे जज्बातों व एहसासो की मंजिल उठी नयनो से नयनों की भाषा रूठी थोरा थोरा करके सबकुछ कहीं से छूटा जा रहा था धीरे धीरे यू ही इक दिन वो ऐसे आखोँ से ओझल हो गया छनिक रोशनी देकर यू हमसे किश्तो मे दूर जा रहा था मेरी किस्मत का जैसे धृवतारा नही बल्कि कोई टूटा तारा था

#कविता  आँखों से ओझल हो गया  टूटा हुआ कोई तारा था,  गुजरा जो  वक्त तुम संग बहुत ही प्यारा था
उन पलों मे सिमटा जीवन सारा था 
खुशियों को समेटे नील गगन मे हर जुगनू एक तारा था
न जाने कब  कहाँ कैसे 
जज्बातों व एहसासो की मंजिल उठी
नयनो से नयनों की भाषा रूठी
थोरा थोरा करके सबकुछ कहीं से छूटा जा रहा था
धीरे धीरे यू ही इक दिन वो ऐसे 
आखोँ से ओझल हो गया
छनिक रोशनी देकर 
यू हमसे किश्तो मे दूर जा रहा था
मेरी किस्मत का जैसे धृवतारा नही
बल्कि कोई टूटा तारा था

आँखों से ओझल हो गया टूटा हुआ कोई तारा था, गुजरा जो वक्त तुम संग बहुत ही प्यारा था उन पलों मे सिमटा जीवन सारा था खुशियों को समेटे नील गगन मे हर जुगनू एक तारा था न जाने कब कहाँ कैसे जज्बातों व एहसासो की मंजिल उठी नयनो से नयनों की भाषा रूठी थोरा थोरा करके सबकुछ कहीं से छूटा जा रहा था धीरे धीरे यू ही इक दिन वो ऐसे आखोँ से ओझल हो गया छनिक रोशनी देकर यू हमसे किश्तो मे दूर जा रहा था मेरी किस्मत का जैसे धृवतारा नही बल्कि कोई टूटा तारा था

5 Love

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