White शायरी लिखती हूं तो नानू याद आते हैं
पेंटिंग करती हूं तो नानू याद आते है
देखा नही कभी जिनको इस ज़माने में
मगर
मेरे शायर, मेरे आर्टिस्ट मेरे नानू याद आते है
कुछ यादें जो आज भी संभाल रखी हैं उनकी
वो शायरी वो पेंटिग जो उनकी याद दिलाते है
मेरी शायर, मेरे आर्टिस्ट मेरे नानू याद आते है
मिली हूं आज उनके कुछ पुराने यारों से
जो उनकी शायरी को गुनगुनाते है
फिर
मेरे नानू और याद आते हैं।
©Darakhshan saifi.
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