जब आया था यहां तो डायरेक्टर सर ने बहुत ही मान दिया था,
सुधीर सर ने भी अपने इस जूनियर क्लासमेट को पहचान लिया था,
हर काम को मैंने अपने बेहतरीन अंजाम दिया था,
कुछ कमियां,खामियां रही तो उनको दूर तमाम किया था,
याद रहेगा हर लम्हा जो मैंने यहां व्यतीत किया है,
अपने कार्य करते हुए वर्तमान को अतीत किया है,
MTCS के हर उस शख्स का धन्यवाद करता है ये 'शिव',
जिनके साथ शिक्षण का हर लम्हा जिया है,
जाते जाते आप सभी को मेरा ये पैगाम है,
नईं ऊंचाईयों को छुए ये MTCS,
ये कहते हुए 'शिव' का इस प्रांगण को अंतिम सलाम है।।
©कुमार शिव
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