अपनी अदा लिए एक शायर आया था,
निराली थी बात, हर दिल पर छाया था,
अनोखे अंदाज में जब करता था शायरी,
हर दीवाने के दिल में,शायर जगाया था,
हमने भी इनसे ही, ये शौक़ पाया था,
लिखने का जुनून सर चड़ के आया था,
आपकी कमी कभी भर नहीं पाएगी,
जो आप में था दिल निचोड़ के रख देने का ,
हर शायरी से अपनी,
ऐसा हुनर ना हो पाएगा अब,
ना अब तक हो पाया था,,
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