Mohd Shuaib Malik~सनम

Mohd Shuaib Malik~सनम Lives in Bahadurgarh, Uttar Pradesh, India

ये दिल अब दोबारा टूटे गा नहीं💔। मेरा ज़मीर मुझ से फिर रूठेगा नहीं🤞🏻। में यार दूसरा तलाश लू यह मुमकिन नहीं🙁। इश्क में नाकामी का दाग लगा है आसानी से छूटेगा नहीं। 🖋 @Mohd Shuaib malik

  • Latest
  • Popular
  • Video

White बदनसीब शायर में चिराग़ का वो हिस्सा हूं जिसमें हमेशा अंधेरा होता है। जहां सूरज की रौशनी नहीं जाती वो घर मेरा होता है। में वो शजर हूं जिस पे किसी मौसम फल नहीं लगते। मैं वो कश्ती हूं जिसे डूबने में दो पल नहीं लगते। मैं वो मिट्टी हूं जिसे लोग कब्रिस्तान में झाड़ आते हैं। मैं सफर की वह मुश्किल हूं जिसमें पहाड़ आते हैं। मुझे तोड़कर मांझी ने तारीख में अपना नाम लिखाया है। मैं वो खंडर हूं जिस पर बुरी रूहों का साया है। मैं वो फूल हूं जिससे कब्रों को सजाया जाता है। मैं वो पानी हूं जिससे मुर्दों को नहलाया जाता है। मैं वो दरिया हूं जिसमें लोग अपने पाप धोते हैं। मैं वो आस्तीन हूं जिसमें सांप होते हैं। मैं वो कहानी हूं जिससे डर कर बच्चे सोते हैं मैं वो ख्वाब हूं जो कभी पूरे नहीं होते हैं। मैं वो बंजर खेत हूं जिसमें कोई फसल नहीं होती । मैं वो आखिरी रात हूं जिसके बाद कल नहीं होती। मैं वो सलीब हूं जिस पर मसीह को चढ़ाया जाता है। मैं वो रावण हूं जिसकी मौत का जश्न मनाया जाता है। इतनी खामी मुझ में हैं के कोई शुमार नहीं कर सकता। मजीद ये के शायर हूं सो मुझे कोई प्यार नहीं कर सकता। मैं अपनी कहानी को लफ्जों में पिरो नहीं सकता । मैं वो बदनसीब शायर हूं जो मशहूर हो नहीं सकता। ©Mohd Shuaib Malik~सनम

#शायरी #good_night  White बदनसीब शायर 

में चिराग़ का वो हिस्सा हूं जिसमें हमेशा अंधेरा होता है।
जहां सूरज की रौशनी नहीं जाती वो घर मेरा होता है।
में वो शजर हूं जिस पे किसी मौसम फल नहीं लगते।
मैं वो कश्ती हूं जिसे डूबने में दो पल नहीं लगते।
मैं वो मिट्टी हूं जिसे लोग कब्रिस्तान में झाड़ आते हैं।
मैं सफर की वह मुश्किल हूं जिसमें पहाड़ आते हैं।
मुझे तोड़कर मांझी ने तारीख में अपना नाम लिखाया है।
मैं वो खंडर हूं जिस पर बुरी रूहों का साया है।
मैं वो फूल हूं जिससे कब्रों को सजाया जाता है।
मैं वो पानी हूं जिससे मुर्दों को नहलाया जाता है। 
मैं वो दरिया हूं जिसमें लोग अपने पाप धोते हैं। 
मैं वो आस्तीन हूं जिसमें सांप होते हैं।
मैं वो कहानी हूं जिससे डर कर बच्चे सोते हैं 
मैं वो ख्वाब हूं जो कभी पूरे नहीं होते हैं। 
मैं वो बंजर खेत हूं जिसमें कोई फसल नहीं होती ।
मैं वो आखिरी रात हूं जिसके बाद कल नहीं होती। 
मैं वो सलीब हूं जिस पर मसीह को चढ़ाया जाता है। 
मैं वो रावण हूं जिसकी मौत का जश्न मनाया जाता है। 
इतनी खामी मुझ में हैं के कोई शुमार नहीं कर सकता। 
मजीद ये के शायर हूं सो मुझे कोई प्यार नहीं कर सकता।
मैं अपनी कहानी को लफ्जों में पिरो  नहीं सकता ।
मैं वो बदनसीब शायर हूं जो मशहूर हो नहीं सकता।

©Mohd Shuaib Malik~सनम

#good_night

12 Love

White कोई भी तदबीर फ़िर नाकाम नहीं होती। मेरी सांसे मलाकुल मौत की गुलाम नहीं होती। तमाम लोगो के चेहरे पे आ जाती मुस्कान सनम। काश के इस्लाम में ख़ुदकशी हराम नहीं होती। ©Mohd Shuaib Malik~सनम

#शायरी #love_shayari  White कोई भी तदबीर फ़िर नाकाम नहीं होती।
मेरी सांसे  मलाकुल मौत की गुलाम नहीं होती।
तमाम लोगो के चेहरे पे आ जाती मुस्कान सनम।
काश के इस्लाम में ख़ुदकशी हराम नहीं होती।

©Mohd Shuaib Malik~सनम

#love_shayari

11 Love

سخن پروری نے بڑا بد نام کیا ہے مجھے۔ عشق نے بھی اپنا غلام کیا ہے مجھے۔ اب تو قبر میں ہی آئےگا آرام صنم~۔ زندگی نے بڑا بے آرام کیا ہے مجھے۔ ©Mohd Shuaib Malik~सनम

#शायरी #snowpark  سخن پروری نے بڑا بد نام کیا ہے مجھے۔
عشق نے بھی اپنا غلام کیا ہے مجھے۔
اب تو قبر میں ہی آئےگا آرام صنم~۔
زندگی نے بڑا بے آرام کیا ہے مجھے۔

©Mohd Shuaib Malik~सनम

#snowpark

15 Love

लिख कर बोल कर हर तरह तो बताया के इश्क़ है। तू ही बता के मैंने तुझ से कब छुपाया के इश्क़ है। मेरी हर बात से ज़ाहिर होते थे जज़्बात मेरे। फिर तू कैसे ना समझ पाया के इश्क़ है। मुझे इलज़ाम ना दे एकतरफा मोहब्बत का। तेरी आंखों में भी नज़र आया था के इश्क़ है। मेरे इज़हार पे तेरे इकरार की मोहर थी जाना। मैने तुझ से भी कहलवाया था के इश्क़ है। तूने तो कह दिया के भूल जा मुझे ~सनम मैंने जो अब तक ना भुलाया के इश्क़ है। ©Mohd Shuaib Malik~सनम

#शायरी #snowfall  लिख कर बोल कर हर तरह तो बताया के इश्क़ है।
तू ही बता के मैंने तुझ से कब छुपाया के इश्क़ है।
मेरी हर बात से ज़ाहिर होते थे जज़्बात मेरे।
फिर तू कैसे ना समझ पाया के इश्क़ है।
मुझे इलज़ाम ना दे एकतरफा मोहब्बत का।
तेरी आंखों में भी नज़र आया था के इश्क़ है।
मेरे इज़हार पे तेरे इकरार की मोहर थी जाना।
मैने तुझ से भी कहलवाया था के इश्क़ है।
तूने तो कह दिया के भूल जा मुझे ~सनम 
मैंने जो अब तक ना भुलाया के इश्क़ है।

©Mohd Shuaib Malik~सनम

#snowfall

15 Love

मुकद्दर मैं नहीं विसाले यार तो क्या हुआ। हर इश्क हो मुक्कमल ऐसा तो ज़रूरी नहीं। में उसे चाहता हूं ये मेरा मसला है सनम। वो भी मुझे चाहे ऐसा तो ज़रूरी नहीं। ©Mohd Shuaib Malik~सनम

#शायरी #Likho  मुकद्दर मैं नहीं विसाले यार तो क्या हुआ।
हर इश्क हो मुक्कमल ऐसा तो ज़रूरी नहीं।
में उसे चाहता हूं ये मेरा मसला है सनम।
वो भी मुझे चाहे ऐसा तो ज़रूरी नहीं।

©Mohd Shuaib Malik~सनम

#Likho

13 Love

छोटी छोटी आंखो में बड़े बड़े ख्वाब सजा रहा हूं। में अपनी किस्मत के आगे कितना गिड़गिड़ा रहा हूं। मुश्किलों की चोट से टुकड़े टुकड़े हो गया वजूद मेरा। इसके बाद भी देखो कितना जुड़ा हुआ नज़र आ रहा हूं। है फिकर मुझे भी योम ए कयामत की पर। इस बेवफ़ा दुनिया के लिए जहन्नुम के करीब जा रहा हूं। है अमावस की रात जितनी तारिकी जिंदगी में। रोशनी के खातिर अपने अश्को से चिराग़ जला रहा हूं। कोई शिकायत नहीं किसी से मुझे अब ~सनम। में तो बस अपने कर्मो का फल पा रहा हूं। ©Mohd Shuaib Malik~सनम

#शायरी #City  छोटी छोटी आंखो में बड़े बड़े ख्वाब सजा रहा हूं।
में अपनी किस्मत के आगे कितना  गिड़गिड़ा रहा हूं।
मुश्किलों की चोट से टुकड़े टुकड़े हो गया वजूद मेरा।
इसके बाद भी देखो कितना जुड़ा हुआ नज़र आ रहा हूं।
है फिकर मुझे भी योम ए कयामत की पर।
इस बेवफ़ा दुनिया के लिए जहन्नुम के करीब जा रहा हूं।
है अमावस की रात जितनी तारिकी जिंदगी में।
रोशनी के खातिर अपने अश्को से चिराग़ जला रहा हूं।
कोई शिकायत नहीं किसी से मुझे अब ~सनम।
में तो बस अपने कर्मो का फल पा रहा हूं।

©Mohd Shuaib Malik~सनम

#City

16 Love

Trending Topic